कैशलेस हुई सीआइएसएफ व एनडीआरएफ की बटालियन

ई-पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए इंदिरापुरम स्थित केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) की आरक्षित पांचवीं और गो¨वदपुरम स्थित राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की आठवीं बटालियन को कैशलेस किया गया है। दोनों बटालियन में मौजूद कैंटीन में खरीदारी करने वालों से ई-पेमेंट के जरिए रुपये लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं मैस मे खाना खाने का भी भुगतान ई-पेमेंट से कराया जा रहा है। कैंटीन में नोटिस भी चस्पा किया गया है कि यहां पर कैश नहीं लिया जाता है। केवल ई-पेमेंट करें।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 10:01 PM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 10:01 PM (IST)
कैशलेस हुई सीआइएसएफ व एनडीआरएफ की बटालियन
कैशलेस हुई सीआइएसएफ व एनडीआरएफ की बटालियन

धनंजय वर्मा, साहिबाबाद

ई-पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए इंदिरापुरम स्थित केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) की आरक्षित पांचवीं और गो¨वदपुरम स्थित राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की आठवीं बटालियन को कैशलेस किया गया है। दोनों बटालियन में मौजूद कैंटीन में खरीदारी करने वालों से ई-पेमेंट के जरिए रुपये लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं मेस मे खाना खाने का भी भुगतान ई-पेमेंट से कराया जा रहा है। कैंटीन में नोटिस भी चस्पा किया गया है कि यहां पर कैश नहीं लिया जाता है। केवल ई-पेमेंट करें। जहां केंद्र सरकार ई-पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ नई-नई योजनाएं ला रही है। वहीं, सरकार के इस मुहिम को सफल बनाने के लिए फोर्स के जवान भी मदद कर रहे हैं। इंदिरापुरम स्थित सीआइएसएफ की बटालियन में दो कैंटीन, दो मेस हैं। सभी जगह नोटिस चस्पा किया गया है यहां कैश नहीं लिया जाएगा। डेबिट, क्रेडिट कार्ड या ई-पेमेंट के अन्य तरीकों से भुगतान करें। सीआइएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि ई-पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया गया है। लोगों को कुछ खरीदने से पहले एटीएम जाकर रुपये लाने की जरूरत नहीं पड़ती है। गाजियाबाद के गो¨वदपुरम स्थित एनडीआरएफ की आठवीं बटालियन में भी कैंटीन है। यहां पर सीआइएसएफ की कैंटीन से सामान जाता है। बटालियन के कमांडेंट पीके श्रीवास्तव ने बताया कि कैंटीन में ई-पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए स्वाइप मशीनें लगी हुई हैं। कैंटीन में बड़ी संख्या में लोग केंद्र व राज्य सरकार के सरकारी कर्मचारियों का परिवार भी खरीदारी करने आता है। खरीदारी करने के बाद लोग डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर रहे हैं। ई-पेमेंट से कई समस्याओं का हल

कई बार लोग ज्यादा सामान खरीद लेते हैं लेकिन रुपये कम पड़ जाते हैं। ऐसे में लोगों को सामान वापस करना पड़ता है या रुपये के लिए एटीएम बूथ जाना पड़ता है। ई-पेमेंट में डेबिट, क्रेडिट कार्ड या भुगतान करने के अन्य कई एप से कितना भी भुगतान कर सकते हैं। ई-पेमेंट से फुटकर की भी समस्या नहीं होती है।

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