एफएआर और टीओडी से वसूली जाएगी नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद मेट्रो कॉरिडोर की लागत

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने शनिवार को नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद तक मेट्रो की संशोधित डीपीआर जीडीए को सौंप दी। उसमें डीएमआरसी ने बताया है कि कॉरिडोर के निर्माण में 1517 करोड़ रुपये की लागत आएगी। साथ ही सुझाव दिया है कि कॉरिडोर के दोनों तरफ 500 मीटर एरिया में अतिरिक्त तल क्षेत्र (एफएआर) बेच कर और ट्रांजिट ओरिएंटिड डेवलपमेंट (टीओडी) से जीडीए और उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद 140

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Jan 2020 07:22 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jan 2020 06:05 AM (IST)
एफएआर और टीओडी से वसूली जाएगी नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद मेट्रो कॉरिडोर की लागत
एफएआर और टीओडी से वसूली जाएगी नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद मेट्रो कॉरिडोर की लागत

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने शनिवार को नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद तक मेट्रो की संशोधित डीपीआर जीडीए को सौंप दी। उसमें डीएमआरसी ने बताया है कि कॉरिडोर के निर्माण में 1517 करोड़ रुपये की लागत आएगी। साथ ही सुझाव दिया है कि कॉरिडोर के दोनों तरफ 500 मीटर एरिया में अतिरिक्त तल क्षेत्र (एफएआर) बेच कर और ट्रांजिट ओरिएंटिड डेवलपमेंट (टीओडी) से जीडीए और उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद 1408.92 रुपये की कमाई कर सकता है। इससे लागत की काफी हद तक भरपाई की जा सकती है। डीपीआरसी ने डीपीआर में बताया है कि इस कॉरिडोर के निर्माण में चार साल चार दिन का वक्त लगेगा।

संशोधित डीपीआर के मुताबिक नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से ब्लू लाइन मेट्रो कॉरिडोर को साहिबाबाद तक विस्तार दिया जाएगा। अब इसकी लंबाई 5.017 किलोमीटर होगी। संशोधित डीपीआर में अलाइनमेंट में बदलाव किया गया है। अब मेट्रो कॉरिडोर एनएच-9 को क्रॉस कराते हुए सीआइएफ मोहननगर लिक रोड पर लाया जाएगा। यहां से हिडन नहर के पहले तक कॉरिडोर रोड के बीचोंबीच बनेगा। फिर इसे टर्न करते हुए एलिवेटेड रोड के ऊपर से बनाया जाएगा। इसके बाद कॉरिडोर का रुख मोहननगर लिक रोड के किनारे वसुंधरा सेक्टर-सात और सेक्टर-नौ के बीच की रोड पर मोड़ दिया जाएगा। यहां से होते हुए इसे भगवान महावीर चौक, भगवान महावीर मार्ग के रास्ते बनाया जाएगा। फिर ग्रीन बेल्ट से टर्न देते हुए कॉरिडोर को मदनमोहन मालीवीय मार्ग पर वैशाली से मोहननगर तक प्रस्तावित मेट्रो लाइन पर साहिबाबाद स्टेशन में जोड़ दिया जाएगा। साहिबाबाद में ही रैपिड रेल का स्टेशन बनेगा, उससे कनेक्ट करने के लिए इस मेट्रो कॉरिडोर के अलाइनमेंट में बदलाव किया गया है। पहले यह कॉरिडोर एलिवेटेड रोड पार करने के बाद मोहननगर लिक रोड के बीच से ही गुजरना था और इसे मोहननगर तक बनाना था। संशोधित डीपीआर में कॉरिडोर की लागत 1517 करोड़ रुपये प्रस्तावित की गई है। जिसमें 20 फीसद केंद्र सरकार अंशदान देगी। 80 फीसद का अंशदान राज्य सरकार के हिस्से में डाला गया है। बता दें कि मूल डीपीआर में कॉरिडोर की लंबाई 5.917 किलोमीटर थी। लागत 1786 करोड़ रुपये बताई गई थी।

खास फैक्ट्स

स्टेशन : वैभवखंड, डीपीएस इंदिरापुरम, शक्तिखंड, वसुंधरा सेक्टर-7 और साहिबाबाद में बनेगा

पेड़ कटेंगे : 540 पेड़ (आठ साल में 94.2 टन कार्बन डाइऑक्साइड वातावरण में बढ़ेगी, 211.70 टन ऑक्सीजन का नुकसान होगा)

इस कॉरिडोर पर यात्रियों का अनुसान

वर्ष-यात्री संख्या (डीपीआर के अनुसार)

2021-54731

2023-59339

2026-69061

2031-83908

2041-125801

2051-184078

अगले सप्ताह शासन को भेजी जाएंगी दोनों डीपीआर

जीडीए नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद और वैशाली से मोहननगर तक प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर अगले सप्ताह एक साथ शासन को भेजेगा। जीडीए के मुख्य अभियंता ने बताया कि दोनों कॉरिडोर के निर्माण के लिए शासन से फंड मांगा जाएगा। डीएमआरसी ने नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद तक संशोधित डीपीआर सौंप दी है। इसे वैशाली से मोहननगर तक प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर की डीपीआर के साथ अगले सप्ताह शासन को भेज दिया जाएगा।

- विवेकानंद सिंह, मुख्य अभियंता, जीडीए

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