गाजियाबाद: कोरोना जांच ने पकड़ी रफ्तार, दस दिन की जगह सात घंटे में मिलने लगी जांच रिपोर्ट

Ghaziabad covid 19 cases सीएमएस डा. अनुराग भार्गव ने कहा कि जिला एमएमजी अस्पताल में रोज एक हजार लोगों की कोरोना जांच हो रही है। इनमें पांच सौ आरटी-पीसीआर और पांच सौ का एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 02:04 PM (IST) Updated:Thu, 19 Nov 2020 02:04 PM (IST)
गाजियाबाद: कोरोना जांच ने पकड़ी रफ्तार, दस दिन की जगह सात घंटे में मिलने लगी जांच रिपोर्ट
45 मिनट में ट्रूनेट से मिलती है रिपोर्ट

गाजियाबाद [मदन पांचाल]। कोरोना जांच तेज होने और रिपोर्ट जल्दी मिलने से कोरोना के वार पर काबू किया जा रहा है। मार्च और अप्रैल में कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए सैंपल दिल्ली भेजा जाता था और रिपोर्ट का इंतजार करते-करते संपर्क करने वालों की संख्या बढ़ जाती थी। रिपोर्ट दस दिन में आती थी लेकिन नौ माह बाद जिले में अपनी आरटी-पीसीआर लैब से रोज पांच सौ सैंपलों की जांच हो रही है। जांच रिपोर्ट सात घंटे में मिल जाती है। इतना ही नहीं जिले में रोज की जा रही चार से पांच हजार लोगों की जांच के सापेक्ष नोएडा भी एक हजार सैंपल भेजे जा रहे हैं। नोएडा से भी रिपोर्ट दूसरे और तीसरे दिन में आ रही है। ट्रूनेट मशीन, रैपिड एंटीजन टेस्ट के साथ ही निजी लैबों में हो रही जांच और जल्दी रिपोर्ट आने से गंभीर रोगियों का ग्राफ कम हो गया है। वर्तमान में एक हजार सक्रिय मरीज हैं। इनमें अधिकांश होम आइसोलेशन में हैं।

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक करीब पांच लाख लोगों की कोरोना जांच के सापेक्ष 20,876 संक्रमित पाए गए और इनमें से 19,732 स्वस्थ हो चुके हैं। मौत का आंकड़ा 87 है।

45 मिनट में ट्रूनेट से मिलती है रिपोर्ट

ट्रूनेट मशीन से 45 मिनट में कोरोना जांच रिपोर्ट मिल जाती है। दिन में बीस जांच की जा सकती हैं। पहले एक ही मशीन थी लेकिन बुधवार को पांच मशीन और आ गई हैं। जिले के अलग-अलग हिस्सों में अब इन मशीनों से कोरोना की जांच के साथ ही टीबी की जांच भी होगी। जिला एमएमजी में लगी एक ट्रूनेट मशीन से अब तक पांच हजार गंभीर रोगियों की जांच केवल उपचार के लिए की गई हैं। इनमें गर्भवती महिलाएं भी शामिल है।

सीएमएस डा. अनुराग भार्गव ने कहा कि जिला एमएमजी अस्पताल में रोज एक हजार लोगों की कोरोना जांच हो रही है। इनमें पांच सौ आरटी-पीसीआर और पांच सौ का एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है। इसके अलावा पांच स्थानों पर रोज शिविर लगाकर रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जा रहे है। रूम नंबर-34 में ट्रूनेट मशीन से भी रोज बीस सैंपलों की जांच की जा रही है। आपात स्थिति में आरटी-पीसीआर लैब से भी जांच कराई जा रही है। जांच जल्दी और अधिक होने से गंभीर रोगियों का ग्राफ कम हो गया है। ओपीडी में आने वाले कोरोना संदिग्धों की भी जांच की जा रही है।

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