सीओ के बेटे ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

- आत्महत्या के कारणों का नहीं चल सका पता --- जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कविनगर थाना क्षेत्र के राजनगर आरडीसी निवासी एक सीओ के बेटे ने सोमवार को कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके से सुसाइड नोट बरामद न होने के चलते आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका। परिवार के अनुरोध पर पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। राजनगर आरडीसी के भवन संख्या 12

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Aug 2018 09:06 PM (IST) Updated:Mon, 13 Aug 2018 09:06 PM (IST)
सीओ के बेटे ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
सीओ के बेटे ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कविनगर थाना क्षेत्र के राजनगर आरडीसी निवासी एक सीओ के बेटे ने सोमवार को कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके से सुसाइड नोट बरामद न होने के चलते आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका। परिवार के अनुरोध पर पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

राजनगर आरडीसी के भवन संख्या 128 में वीपीएस चौहान रहते हैं। वह उत्तर प्रदेश पुलिस में डिप्टी एसपी हैं और वर्तमान में एटा में सीओ हैं। यहां पर उनका बेटा शांतनु व पुत्रवधू सलोनी रहते थे। शांतनु एक्सपोर्ट इंपोर्ट का कारोबार करते थे, जबकि सलोनी कविनगर में बुटीक चलती हैं। रविवार को सलोनी के मायके में कुछ प्रोग्राम था। इसके चलते शांतनु, सलोनी व उनका घरेलू नौकर कार्यक्रम में गए थे। सलोनी मायके में ही रूक गई जबकि शांतनु नौकर के साथ आरडीसी स्थित घर आ गए। सोमवार को शांतनु ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सोमवार को ही शांतनु को सलोनी के साथ कहीं जाना था। सोमवार दोपहर सलोनी ने शांतनु के मोबाइल पर कई बार फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद वह घर आई तो शांतनु के कमरे का दरवाजा भीतर से बंद था। कई बार खटखटाने के बाद जब अंदर से कोई जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने धक्का देकर दरवाजा खोला तो भीतर पंखे से शांतनु लटके हुए थे। इस पर सलोनी ने शोर मचाया और पड़ोसियों को एकत्र किया। इसके बाद पड़ोसियों की मदद से उन्होंने फंदा काटा और शांतनु को अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से थाने में मिमो पहुंचने के बाद पुलिस को घटना की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की। मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। परिजनों के अनुरोध पर पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव उनके सुपुर्द कर दिया।

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