शासन से 14 डॉक्टर गाजियाबाद भेजने की मंजूरी

सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने इस संबंध में पत्र भेजा था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 10:23 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 10:23 PM (IST)
शासन से 14 डॉक्टर गाजियाबाद भेजने की मंजूरी
शासन से 14 डॉक्टर गाजियाबाद भेजने की मंजूरी

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कोरोना के संक्रमण से निपटने को लगातार कोविड अस्पताल व केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। संयुक्त जिला चिकित्सालय के कोविड-19 एल-2 अस्पताल से भी आठ डॉक्टर अलग-अलग जगहों पर भेज दिए गए हैं। इस कारण डॉक्टरों की कमी हो रही है। संक्रमण से निपटने में कमी न आए, इसके लिए शासन ने गाजियाबाद को 14 डॉक्टर भेजने की मंजूरी दे दी है। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने इस संबंध में पत्र भेजा था।

एल-2 अस्पताल में 54-54 लोगों के स्टाफ की दो टीमें तैनात की गई थीं। हर टीम में 14 डॉक्टरों को शामिल किया गया है। उस समय बुलंदशहर, हापुड़ और बागपत से छह डॉक्टरों को यहां भेजा गया था। अब इन सबको वापस बुला लिया गया है। डॉ. प्रियदर्शी सागर और डॉ. अखिलेश मोहन को जिला एमएमजी अस्पताल से संबद्ध कर दिया गया है। फिलहाल अस्पताल में केवल 14 डॉक्टर हैं, जिनमें से दो वेंटिलेटर पर नियुक्त हैं। कमी के चलते एल-2 अस्पताल में छह घंटे की शिफ्ट कर दी गई है। जांच में और तेजी आएगी

रोजाना तीन हजार जांच के लक्ष्य को स्वास्थ्य विभाग ने और बढ़ा दिया है। अभी तक रैपिड एंटीजन किट और आरटी-पीसीआर (रियल टाइम पॉलीमर्स रिएक्शन चेन) के जरिए तीन हजार जांच की जा रही थीं। सीएमओ ने बताया कि अब इतनी जांच सिर्फ रैपिड एंटीजन किट से ही रोजाना की जाएंगी। बृहस्पतिवार को शासन से 24000 एंटीजन किट मिल गई हैं। आइएमएस में 400 बेड का अस्पताल होगा शुरू

सीएमओ ने बताया कि एनएच-9 स्थित आइएमएस कॉलेज में जल्द ही 400 बेड का एक कोविड-19 एल-1 अस्पताल शुरू कर दिया जाएगा। तैयारी पूरी हो चुकी हैं और मरीजों की संख्या बढ़ने पर आइएमएस अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। डाटा अपलोडिग को 20 लिपिक लगाए

मरीजों की संख्या बढ़ने के चलते स्वास्थ्य विभाग कोरोना का पूरा डाटा पोर्टल पर अपलोड नहीं कर पा रहा था। बृहस्पतिवार को इस काम के लिए विभिन्न विभागों से मिले 20 लिपिक तैनात किए गए हैं। डाटा एंट्री के लिए सीएमओ कार्यालय में अलग से कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। दो दिन पहले नीति आयोग की टीम की समीक्षा बैठक में सामने आया था कि नेगेटिव पाए जाने वालों समेत कई स्वस्थ हुए लोगों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड नहीं की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया था कि स्टाफ की कमी के चलते करीब 17 हजार एंट्री नहीं की जा सकी हैं। शासन ने इसका संज्ञान ले एसीएमओ डॉ. राजेश गुप्ता को इस काम के लिए गाजियाबाद भेजा है। एडीएम एलए इसका पर्यवेक्षण करेंगे।

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