बदमाश मांगते रहे फिरौती, पुलिस नंबर भी ट्रेस न कर पाई

जागरण संवाददाता, वसुंधरा : सेक्टर-चार से लापता 11वीं कक्षा के छात्र अर्पित के परिजनों से फिरौती मांग

By Edited By: Publish:Fri, 27 Mar 2015 08:55 PM (IST) Updated:Fri, 27 Mar 2015 08:55 PM (IST)
बदमाश मांगते रहे फिरौती, पुलिस
नंबर भी ट्रेस न कर पाई

जागरण संवाददाता, वसुंधरा : सेक्टर-चार से लापता 11वीं कक्षा के छात्र अर्पित के परिजनों से फिरौती मांगने वालों को पुलिस नहीं पकड़ सकी। पुलिस न तो अपहरण करने वालों का सुराग लगा पाई है और न ही उसे फोन करने वाले का नंबर ट्रेस कर पाई। पुलिस परिजनों के साथ दिन-रात घूमती रही लेकिन कोई फायदा नहीं मिल सका। टीम को मोबाइल नंबर की लोकेशन व सिम इस्तेमाल करने वाले के बारे में कुछ सुराग नहीं मिला। पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए फोन करने वालों को शरारती बताकर पल्ला झाड़ रही है।

बता दें कि 15 मार्च की दोपहर ट्यूशन जाने की बात कहकर घर से निकला अर्पित गायब हो गया था। बृहस्पतिवार सुबह अर्पित के पिता राम सहाय यादव के मोबाइल पर एक कॉल आई कि उनका बेटा साहिबाबाद स्टेशन पर है। दो लाख रुपये लेकर वहां पहुंचो। अर्पित की मां और भाई अरुण जब स्टेशन पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद उसी नंबर ने एसएमएस कर बताया कि रात को आठ बजे गाजियाबाद स्टेशन पर रुपये लेकर पहुंचो। राम सहाय ने पुलिस को सूचना दी और सादी वर्दी में पुलिस के साथ गाजियाबाद स्टेशन पहुंचे। स्टेशन पहुंचकर एसएमएस आया कि रुपये लेकर कविनगर फ्लाईओवर के पास पहुंचो। राम सहाय वहां पहुंचे तो एक और एसएमएस आया कि सामने से साइकिल पर एक युवक आएगा उसे रुपये दे देना। इसी दौरान वहां से एक पीसीआर वैन गुजर रही थी, जिसे देखकर साइकिल पर आ रहा एक युवक भाग निकला। कुछ देर बाद एसएमएस आया कि तुमने पुलिस को सूचना दी है। अब बेटे की लाश घर पहुंच जाएगी। अर्पित के भाई अरुण ने एसएमएस किया कि उन्होंने पुलिस को नहीं बताया है कुछ देर बाद उसी नंबर से एसएमएस मिला रुपये लेकर आंनद विहार मेट्रो स्टेशन पहुंचो। इस दौरान अरुण ने एसएमएस कर अर्पित से बात कराने को कहा। कुछ देर बार कॉल आई तो मां ने तुरंत आवाज पहचान ली और बात कर रहे युवक से पूछा कि मां का नाम बताओ। इतना पूछने पर कॉल कट गई। इसके बाद से वह फोन नंबर बंद आ रहा है। इंदिरापुरम थाना प्रभारी गोरखनाथ यादव ने बताया कि मोबाइल बंद है उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। शुरुआती जांच में लग रहा है कि कॉल फर्जी था और समाचार पत्र का विज्ञापन देखकर किसी ने परिजनों को कॉल किया है। जल्द ही फर्जी कॉल करने वालों को दबोच लिया जाएगा।

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