फीरोजाबाद में तैयार तवे से लीजिए तंदूर का स्वाद

फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। यदि आप तंदूरी रोटी खाने के शौकीन हैं तो बिना प्रदूषण के ही मजा लीजिए। फीरोजाबाद के गांव कूपा में मिट्टी का तवा तैयार किया है, जिसकी सप्लाई अन्य प्रांतों में की जा रही है। ग्रामीण समूह के रूप में काम कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Dec 2018 11:31 PM (IST) Updated:Tue, 25 Dec 2018 11:31 PM (IST)
फीरोजाबाद में तैयार तवे से लीजिए तंदूर का स्वाद
फीरोजाबाद में तैयार तवे से लीजिए तंदूर का स्वाद

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: यदि आप तंदूरी रोटी खाने के शौकीन हैं तो बिना प्रदूषण के ही फीरोजाबादी तवे से यह स्वाद चख सकते हैं। साधारण दिखने वाले इस तवे पर सिकी रोटी न सिर्फ तंदूर का स्वाद देती है, बल्कि उसमें मिट्टी की सोंधी महक भी होती है।

मिट्टी का यह तवा तालाब की चिकनी मिंट्टी से बनाया जाता है। गैस चूल्हे और इंडक्शन तवे के दौर में अधिकांश लोग इसे भूल गए हैं। हालांकि तंदूरी रोटी खाने के शौकीन इसकी खासियत जानते हैं। अपनी परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए फीरोजाबाद ब्लॉक के गांव कूपा में कुंभकारों ने प्रयास शुरू किया है। इसके तहत उन्होंने शीतल स्वयं सहायता के नाम से एक समूह बनाया है। यह समूह मुख्य रूप से इस तवे के निर्माण एवं प्रचार प्रसार में लगा है। पिछले दिनों उक्त समूह ने ब्लॉक परिसर में तवे के साथ ही मिट्टी के अन्य उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई थी। इस तवे को गैस चूल्हे पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें रोटी को तवे से उतार कर सेकने की जरूरत नहीं रहती।

झारखंड और बिहार में है डिमांड: इस तवे की डिमांड झारखंड और बिहार में काफी है। समूह के सक्रिय सदस्य मनोज कुमार ने बताया कि वहां लगने वाले मेलों में इसे डेढ़ सौ से दो सौ रुपये में बेचते हैं। वहीं गांव में 50 रुपये में बेचते हैं। वर्तमान में वह पटना में लगे एक मेले में स्टॉल लगाए हुए हैं। शहर के कई लोग उनके पास से तवा ले जाते हैं।

ब्लॉक प्रशासन देगा बढ़ावा: पर्यावरण संरक्षण और कुंभकारों को प्रोत्साहित करने के लिए फीरोजाबाद ब्लॉक प्रशासन ने इसे बढ़ावा देने की योजना बनाई है। बीडीओ प्रभात मिश्रा ने बताया कि इसके लिए कुंभकारों के स्वयं सहायता समूह गठित किए जाएंगे। इन्हें आर्थिक मदद भी दी जाएगी।

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