टॉपर--सात घंटे की पढ़ाई में टॉप पर आरूषि

संवाद सहयोगी शिकोहाबाद(फीरोजाबाद) शिक्षक दंपती की लाड़ली ने मां-बाप की मेहनत को इस तरह सफल किया कि सब शाबास कह उठे। दसवीं कक्षा में आरुषि यादव ने 99.6 फीसद का अंक हासिल कर जिले में पहला स्थान हासिल किया। उनकी सफलता पर माता-पिता के साथ स्कूल प्रबंधन भी झूम उठा और खुशियां मनाई। सात घंटे की लगातार पढ़ाई से मुकाम पाने वाली आरूषि डॉक्टर बनना चाहती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 May 2019 01:02 AM (IST) Updated:Thu, 09 May 2019 06:19 AM (IST)
टॉपर--सात घंटे की पढ़ाई में टॉप पर आरूषि
टॉपर--सात घंटे की पढ़ाई में टॉप पर आरूषि

संवाद सहयोगी, शिकोहाबाद(फीरोजाबाद): शिक्षक दंपती की लाड़ली ने मां-बाप की मेहनत को इस तरह सफल किया कि सब शाबास कह उठे। दसवीं कक्षा में आरुषि यादव ने 99.6 फीसद का अंक हासिल कर जिले में पहला स्थान हासिल किया। उनकी सफलता पर माता-पिता के साथ स्कूल प्रबंधन भी झूम उठा और खुशियां मनाई। सात घंटे की लगातार पढ़ाई से मुकाम पाने वाली आरूषि डॉक्टर बनना चाहती है।

ज्ञानदीप सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली आरूषि यादव के पिता संतोष कुमार प्राथमिक विद्यालय एका में और मां सुधा आंछे लाल इंटर कॉलेज जेड़ा झाल एका में शिक्षिका हैं। तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी आरूषि बताती हैं कि वह स्कूल और कोचिग के बाद प्रतिदिन सात घंटे पढ़ाई करती थी। जब भी कोई परेशानी होती तो मम्मी पापा से उसे समझती और दूर कर लेती। सोशल मीडिया से दूर रही आरूषि बताती है कि मम्मी पापा का फोन इस्तेमाल करती थी। पढ़ाई के बाद जब मन ऊब जाता था, तब टीवी चलाकर डोरेमान कार्टून देख लेती थी। मेरा सपना डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना है।

माता-पिता ने बताया कि बेटी को कभी पढ़ने को नहीं कहना पढ़ा। हां कभी रात एक बजे तक पढ़ती थी और सब सो जाते थे, तब सोने के लिए जरूर कहते थे। स्कूल निदेशिका डॉ.रजनी यादव ने छात्रा और उनके माता पिता को बधाइयां दीं।

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