आसाराम को सजा से अनुयायियों में छाई निराशा

जेएनएन, फीरोजाबाद: जोधपुर में आसाराम बापू को दुष्कर्म मामले में उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के जिले में स्थापित उनके आश्रमों पर सन्नाटा फैल गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Apr 2018 07:17 PM (IST) Updated:Wed, 25 Apr 2018 11:17 PM (IST)
आसाराम को सजा से अनुयायियों में छाई निराशा
आसाराम को सजा से अनुयायियों में छाई निराशा

जेएनएन, फीरोजाबाद: जोधपुर में आसाराम बापू को दुष्कर्म मामले में उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद अनुयायियों की आशा टूट गई। सुबह से ही अनुयायी मोबाइल और टीवी पर कोर्ट के निर्णय की जानकारी करते रहे। जैसे ही सजा सुनाई, उसी के साथ उनमें मायूसी छा गई। जिले में संचालित आश्रमों और सत्संग केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा। एलआइयू और स्थानीय पुलिस भी फैसला के बाद अलर्ट नजर आई। खुफिया विभाग ने आश्रम पर पहुंच अनुयायियों की गतिविधियों की जानकारी जुटाई और हिदायत भी दी कि किसी तरह का विरोध प्रदर्शन न करें, अन्यथा कार्रवाई होगी।

जिले में आसाराम बापू के करीब पंद्रह हजार से अधिक अनुयायी हैं। यहां दो आश्रम जलेसर रोड लोहिया नगर तथा सिरसागंज में अरांव रोड पर है। इनके अलावा शिकोहाबाद, टूंडला आदि जगह पर सत्संग केंद्र हैं। लोहिया नगर के आश्रम परिसर में संत आसाराम पब्लिक नाम से स्कूल संचालित है, जिसमें अनुयायियों के बच्चे पढ़ते हैं। बुधवार सुबह 11.30 बजे आश्रम खुला हुआ था। बच्चे अपनी कक्षाओं में पढ़ाई कर रहे थे। आश्रम परिसर में एक मंदिर बना था, जिसके गेट पर आसाराम के फोटो लगे थे। अंदर मंदिर में आसाराम की बड़ी तस्वीर थी, जहां दीपक आदि पूजा के बर्तन रखे हुए थे। इसके अंदर सत्संग भवन था, जिस पर लगा टिनशेड हटा दिया गया था। यहां छत डालने की तैयारी चल रही थी। चित्रा शर्मा नामक महिला मौजूद थी। इसी तरह सिरसागंज अरांव रोड स्थित आसाराम बापू आश्रम पर ताला लटका हुआ था। यहां आसपास के लोगों का कहना था कि रविवार को ही यह खुलता है, सत्संग होता है।

कोर्ट का फैसला आते ही एलआइयू विभाग के एसआइ श्रीभगवान तोमर लोहिया नगर स्थित आश्रम पर पहुंचे और वहां गतिविधियों की जानकारी ली। मौजूद महिलाओं से कहा कि कोई भी कार्यक्रम बिना अनुमति के नहीं करें। अगर कोई विरोध प्रदर्शन आदि किया तो कार्रवाई की जाएगी।

आसाराम बापू को उम्र कैद की सजा से अनुयायी आहत हैं। सुबह से ही कोर्ट का फैसला आने को लेकर अनुयाई टीवी तथा मोबाइल से चिपके रहे। जैसे ही आसाराम बापू को दोषी करार दिया गया सभी के चेहरे लटक गए। जिला अस्पताल में तैनात अनुयायी देवेश तो यह खबर सुनते ही सन्न रह गए। एक बार तो उनकी आंखों में आंसू आ गए, मगर उन्होंने खुद को किसी तरह संभाला। अनेक अनुयायी एक-दूसरे को फोन कर मामले की जानकारी करते दिखाई दिए।

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सुहागनगरी दो बार आए आसाराम

अनुयायियों की मानें तो आसाराम बापू दो बार सुहागनगरी में आए। वर्ष 1999 में 22 से 25 अप्रैल तक उनका चार दिवसीय कार्यक्रम शहर के टीबी ग्राउंड में हुआ था। दो दिन आसाराम आए थे, जबकि दो दिन उनके शिष्यों ने प्रवचन दिए थे। इसी तरह 27 अप्रैल 2012 को वह शहर के पीडी जैन इंटर कॉलेज में आए थे। इस दौरान उनके अनुयाइयों से कार्यक्रम स्थल खचाखच भरा रहा।

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