खराब पंखों ने रोगियों की बढ़ाई मुसीबत

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : जिला चिकित्सालय के 118 बेडों वाले पुरुष अस्पताल के तीनों वार्डो मे

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Mar 2018 03:01 AM (IST) Updated:Sat, 17 Mar 2018 03:01 AM (IST)
खराब पंखों ने रोगियों की बढ़ाई मुसीबत
खराब पंखों ने रोगियों की बढ़ाई मुसीबत

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : जिला चिकित्सालय के 118 बेडों वाले पुरुष अस्पताल के तीनों वार्डो में स्वास्थ्य महकमा की शिथिलता के चलते दर्जनों पंखे डेड पड़े हुए हैं जिससे मार्च माह की भीषण गर्मी में रात को बिजली गुल हो जाने पर मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है जिससे मरीजों के साथ तीमारदार भी आहत हैं। तीमारदार मार्केट से मच्छरों को भगाने के लिए क्वायल लाने को मजबूर हैं। हालांकि छह बेडों के बर्न वार्ड में मरीजों का खास ध्यान रखा गया है जिसमें दो एसी लगे हुए हैं।

बताते चलें कि पुरुष अस्पताल के तीनों वार्डो में मरीजों के लिए 118 बेड हैं जिसमें स्वाइन फ्लू व डेंगू के छह-छह बेडों के कक्ष अलग रखे गए हैं। जिसमें प्रत्येक बेडों में मच्छरदानी भी लगी हुई है लेकिन अभी उन बेडों में कोई मरीज नहीं भर्ती हुआ है जिससे वह दोनों कक्ष बंद रहते हैं। गर्मी के मौसम में बुखार, आपरेशन, एक्सीडेंटल, मारपीट, डायरिया आदि से ग्रसित मरीज वार्डो में भर्ती हैं लेकिन स्वास्थ्य महकमे की शिथिलता का आलम यह है कि वार्डों में कई पंखे डेड पड़े हुए हैं जिससे मरीज गर्मी के मौसम में परेशान हैं और रात को मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाने से मरीजों के साथ उनके तीमारदार भी आहत हैं। मरीजों के तीमारदारों रमेश गुप्ता, संजय साहू, स्वतंत्र ¨सह यादव, मुजीब खान, अरशद अली आदि का कहना था कि रात को बिजली गुल होने पर जेनरेटर भी नहीं चलाया जाता है जिससे मच्छरों के प्रकोप की वजह से वह सो नहीं पाते हैं लेकिन स्वास्थ्य महकमा मरीजों की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है।

पेयजल के लिए दो बड़े आरओ की व्यवस्था की गई है जिससे मरीज राहत की सांस ले रहे हैं लेकिन चटक धूप की वजह से टंकियों का पानी गर्म आने लगा है। खास स्टाफ नर्स मोनिका व रेखा सचान का कहना था कि सीएमएस को डेड पंखों के लिए पत्राचार किया गया था। जिससे डेड पंखों को उतारकर बनने के लिए भेजा जा रहा है और कुछ पंखे बनने के लिए भेज भी दिए गए हैं। कहा कि अप्रैल माह से मरीजों के हितार्थ प्रत्येक वार्डो में दो-दो कूलर भी लगवाए जाएंगे।

शासन से बजट का इंतजार : सीएमएस : सीएमएस डॉ. हरगो¨वद ¨सह का कहना था कि कुछ पंखे डेड हैं तो उन पंखों को निकलवाकर बनवाने के लिए भेजा जा रहा है। कहा कि अभी उतनी गर्मी नहीं पड़ रही है। कहा कि रात को बिजली गुल हो जाने पर जेनरेटर चालू कराया जाता है। वार्डो में मरीजों के पेयजल के लिए दो-दो बड़े आरओ भी लगाए गए हैं। कहा कि शासन से बजट अवमुक्त होने के बाद कूलर आदि की व्यवस्था भी कराई जाएगी।

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