Move to Jagran APP

Gorakhpur News: अधिकारियों को गर्मी-लू के साथ बाढ़ से बचाव की भी चिंता, चल रहे 26 प्रोजेक्ट

Gorakhpur News गोरखपुर डीएम ने कहा कि रेगुलेटर तथा तटबंधों के अनुरक्षण एवं मरम्मत का कार्य समय से पूर्ण करा लिया जाए। उन्होंने बाढ़ खंड के अधिकारियों को निर्देंश दिया कि बाढ़ से पूर्व स्वीकृत परियोजनाओं सहित तटबंधों के संवेदनशील/ अतिसंवेनदशील स्थलों की मरम्मत करा ली जाए। यह भी सुनिश्चित कर लिया जाए कि कहीं रैट होल न रह जाए।

By Arun Chand Edited By: Vivek Shukla Published: Thu, 02 May 2024 12:20 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2024 12:20 PM (IST)
डीएम कृष्णा करूणेश ने कई जरूरी दिशा निर्देश जारी किए।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गर्मी और लू से बचाव के साथ ही जिला प्रशासन ने संभावित बाढ़ से बचाव को लेकर भी तैयारी तेज कर दी है। डीएम कृष्णा करूणेश की अध्यक्षता में बुधवार को विकास भवन सभागार में हुई स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में बाढ़ से बचाव को लेकर कई जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए।

loksabha election banner

तैयारी को लेकर बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता की ओर से पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के दौरान बताया गया कि बाढ़ से सुरक्षा के लिए निर्मित तटबंधों तथा बाढ़ बचाव के लिए वर्तमान में 26 परियोजनाएं चल रही हैं। डीएम ने सभी को बारिश शुरू होने से पहले पूरा करने का निर्देश दिया तो अधिशासी अभियंता ने भी उन्हें समय सीमा को लेकर आश्वस्त किया। बताया कि काम की रफ्तार ठीक है और सभी परियोजनाएं समय पर पूरी कर ली जाएंगी।

इसे भी पढ़ें- यूपी के इस शहर में रिंग रोड बनने का विरोध कर रहे काश्‍तकार, बोले- फ्री में नहीं देंगे जमीन, जाएंगे कोर्ट

डीएम ने कहा कि रेगुलेटर तथा तटबंधों के अनुरक्षण एवं मरम्मत का कार्य समय से पूर्ण करा लिया जाए। उन्होंने बाढ़ खंड के अधिकारियों को निर्देंश दिया कि बाढ़ से पूर्व स्वीकृत परियोजनाओं सहित तटबंधों के संवेदनशील/ अतिसंवेनदशील स्थलों की मरम्मत करा ली जाए।

यह भी सुनिश्चित कर लिया जाए कि कहीं रैट होल न रह जाए। उन्होंने बाढ़ खंड-2 के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि तुर्रा नाले की सफाई प्रत्येक दशा में मानसून से पूर्व करा लिया जाय तथा रामगढ़ताल के आउटरफाल पर एक रेगुलेटर प्रस्तावित किया जाय।

इसे भी पढ़ें-वीवीपैट को भी कर सकते हैं चैलेंज, देगा होगा बस दो रुपये, दावा निकला झूठा तो जाना पड़ सकता है जेल

डीएम ने सभी तहसीलों के एसडीएम को निर्देशित किया कि बाढ़ से बचाव के लिए निर्मित तटबंधों एवं बाढ़ के समय जलभराव से प्रभावित ग्रामों का राजस्व कर्मियों से निरीक्षण कराकर पाई जाने वाली कमियों को समय से दुरुस्त करा लिया जाए।

उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देशित किया कि मानसून से पूर्व जानवरों का टीकाकरण प्रत्येक स्थिति में कर लिया जाय। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से बताया गया कि बाढ़ तथा अतिवृष्टि से निपटने के लिए पर्याप्त संशाधन की व्यवस्था कर ली गई है।

नगर आयुक्त ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की ओर से निर्माणाधीन नाले को मानसून से पूर्व पूर्ण करा लिया जाए ताकि संबंधित क्षेत्रों में जलभराव न हो। उन्होंने बताया कि अतिवृष्टि से होने वाले जलभराव से निजात पाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पंपों की व्यवस्था कर ली गई है।

बैठक में सीडीओ, नगर आयुक्त, मुख्य चिकित्साधिकारी, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), बाढ़ खण्ड-2 और ड्रेनेज खंड गोरखपुर गोरखपुर के अधिशासी अभियंता सहित लोक निर्माण विभाग, विद्युत निगम, पशुपालन विभाग, जल निगम, समस्त तहसीलों के उपजिलाधिकारी समेत कई अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.