शहीदों का नाम मिला, अब मूर्तियां लगाने से बढ़े मान

जासं फतेहपुर मेडिकल कालेज आज धरातल पर उतरा है लेकिन इसके पीछे संघर्ष सात वर्षों से

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:26 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:26 PM (IST)
शहीदों का नाम मिला, अब मूर्तियां लगाने से बढ़े मान
शहीदों का नाम मिला, अब मूर्तियां लगाने से बढ़े मान

जासं, फतेहपुर : मेडिकल कालेज आज धरातल पर उतरा है, लेकिन इसके पीछे संघर्ष सात वर्षों से चल रहा है। केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी ने इस सुविधा को लेकर किए गए संघर्ष को याद किया। बोलीं, रामसेतु के निर्माण में जिस तरह गिलहरी ने भूमिका निभाई वही स्थिति उनकी इस मेडिकल कालेज को लेकर रही। मेडिकल कालेज को अमर शहीद जोधा सिंह अटैया, ठाकुर दरियांव सिंह चिकित्सा महाविद्यालय का नाम मिल चुका है। साध्वी ने अब यहां पर दोनों अमर सपूतों की प्रतिमा लगाने की मांग की। इस मौके पर समर्थकों ने मेडिकल कालेज के निर्माण को लेकर किए गए संघर्ष को लेकर चांदी का मुकुट, तलवार व पगड़ी भेंट कर सम्मानित किया।

खुशी से झूम उठा अटैया रसूलपुर

सोमवार को जब मेडिकल कालेज का शुभारंभ हुआ तो शहीद जोधा सिंह अटैया के प्रपौत्र बलवरी सिंह को भी मंच पर बुला कर सम्मानित किया गया। पूर्वज की वीरगाथा सुन कर वह न सिर्फ गर्व से भर उठे बल्कि पूरा गांव उनका पूरा गांव इस सम्मान से झूम उठा।

खागा और सरसई बुजुर्ग की माटी अभिभूत

ठाकुर दरियाव सिंह के प्रपौत राम प्रताप सिंह व कृष्ण स्वरूप सिंह भी लोकार्पण अवसर बुलाए गए। मूलरूप से सरसई बुजुर्ग गांव के रहने वाले अमर सपूत के यह प्रपौत्र अपने पूर्वज के सम्मान पर गदगद रहे। कहा कि उनके पूर्वजों ने वह काम किया, जिससे वह आज हर व्यक्ति के दिलों में जिदा हैं।

..और कुमार प्रशांत की प्रशंसा

साध्वी निरंजन ज्योति ने मेडिकल कालेज के निर्माण की तमाम बाधाओं को जहां गिनाया तो वहीं पूर्व में जिला अधिकारी रहे कुमार प्रशांत की भूमिका की प्रशंसा की। बोलीं, उन्होंने जिस प्रशासनिक दक्षता के साथ सहयोग किया, बिना उनके सहयोग के निर्माण संभव नहीं था।

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