बवाल बन गई छोटी सी बात
- भीड़ जुटाने को गलत तथ्य प्रसारित, एसडीएम की ओर उछाला मसाले का डिब्बा, नारे भी लगे जागरण संवाददात
- भीड़ जुटाने को गलत तथ्य प्रसारित, एसडीएम की ओर उछाला मसाले का डिब्बा, नारे भी लगे
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : घटना बहुत बड़ी नहीं थी, लेकिन इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। भीड़ को एकत्र करने के लिए गलत तथ्यों की जानकारी प्रसारित की गई। हंगामा शांत हो जाने के बाद जब एडीएम, एएसपी और एसडीएम सदर घटनास्थल पर गए तो उन्होंने तहरीर देने वाले की जमकर क्लास ली। अफसरों की नाराजगी इस बात को लेकर थी कि घटना का स्थान जानबूझकर गलत क्यों लिखाया गया। इन अफसरों के सामने पीड़ित ने भी स्वीकार कर लिया कि घटना मस्जिद के बाहर हुई थी।
घटना में घायल हुआ नासिर शुरुआत में सात-आठ लोगों के साथ ही थाने पहुंचा था। यहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उससे पूछताछ शुरू की तो कुछ सवालों पर वह असहज हो गया। नासिर के साथ आए लोगों ने इसकी जानकारी थाने के बाहर एकत्र हो रही भीड़ को दे दी। इसके बाद ही भीड़ के तेवर बिगड़ गए। भीड़ ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने के साथ ही धार्मिक नारों को भी लगाना शुरू कर दिया। आधी भीड़ ने थाने के बाहर सड़क पर तो आधी ने थाने के अंदर कब्जा जमा रखा था। इस सबके बीच अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार थाने पहुंचे। जब उन्होंने तेवर दिखाए तो पुलिस भी हरकत में आई। देखते ही देखते भीड़ को पहले थाने से और फिर सड़क से खदेड़ दिया गया। इसी दौरान एसडीएम सदर सुरेंद्र ¨सह थाने के बाहर से खदेड़ी गई भीड़ को समझाने के लिए आगे बढ़े तो किसी ने पान मसाले का खाली डिब्बा उनकी तरफ उछाल दिया। इसके बावजूद वह संयमित होकर मामले को शांत कराने की कोशिश करते रहे। बवाल की जानकारी पर अफसर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
खूब लहराए लाठी-डंडे
भीड़ में शामिल युवकों ने जमकर लाठी-डंडे लहराए। जितनी बार भी कोई अधिकारी मौके पर पहुंचता, उतनी बार ही भीड़ उग्र नारे लगाने लगती। हालांकि पुलिस ने वीडियोग्राफी कराई है।
मेडिकल के लिए मशक्कत
घटना में घायल हुए नासिर का मेडिकल परीक्षण कराने के लिए पुलिस को उसे अस्पताल ले जाना था। पुलिस ने कई बार नासिर को जीप में बैठाकर बाहर निकलवाने की कोशिश की, लेकिन हालात देखकर रुकना पड़ा। एएसपी के पहुंचने के बाद उसे अस्पताल भेजा गया।
आरोपियों के घरों पर पुलिस
घटना में आरोपी बनाए गए लोगों के घरों पर पुलिस ने अनहोनी की आशंका में सुरक्षा कड़ी कर दी है। दरअसल एक आरोपी सुशील गिहार जेल पुलिस का सिपाही बताया गया है। उसके आवासीय परिसर में एक बैंक भी है। पुलिस का कहना है कि बैंक के चलते सुरक्षा व्यवस्था की गई है।