Lockdown Coronavirus Day 4: महामारी से जंग में खामोश किंतु संकल्पित रामनगरी

Lockdown Coronavirus Day 4 राम जन्मोत्सव की पूर्व बेला में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गुलजार रहने वाले मंदिर पढ़ा रहे खामोशी का पाठ।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sat, 28 Mar 2020 11:34 PM (IST) Updated:Sun, 29 Mar 2020 07:55 AM (IST)
Lockdown Coronavirus Day 4: महामारी से जंग में खामोश किंतु संकल्पित रामनगरी
Lockdown Coronavirus Day 4: महामारी से जंग में खामोश किंतु संकल्पित रामनगरी

अयोध्या [रघुवरशरण]रामजन्मोत्सव के मुहाने पर रामनगरी में ऐसी खामोशी अकल्पनीय है। रामजन्मोत्सव की पूर्व बेला में नगरी के जो हजारों मंदिर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गुलजार रहते थे, वे खामोशी का पाठ पढ़ा रहे हैं। इसके पीछे कोरोना से लडऩे का संकल्प है। रामभक्तों की प्रधानतम पीठ कनक भवन में सन्नाटा पसरा है। हालांकि कनक बिहारी के पूजन-अर्चन से कोई समझौता नहीं किया गया है। अष्टयाम पूजन-अर्चन की परंपरा का पालन किया जा रहा है, पर दर्शनार्थियों को दूर रखा जा रहा है। 

दर्शनार्थी भी कोरोना संक्रमण के दौर में शारीरिक दूरी के धर्म का बखूबी पालन कर रहे हैं। जिस कनक भवन में वासंतिक नवरात्र की दस्तक के साथ सजने वाली बधाई गान की महफिल में तिल तक रखने की जगह नहीं बचती थी, वह महफिल नाम मात्र तक सिमट आई है। कनक भवन के नित्य दर्शनार्थी मधुकरी संत मिथिलाबिहारीदास के अनुसार दर्शनार्थियों से यह अपेक्षा जताई जा रही है कि वे घर में ही रहकर भगवान की मानसिक पूजा करें और जो भूले-भटके आ भी जा रहे हैं, वे भी लोगों से समुचित दूरी बनाए रखने के साथ अधिकाधिक मौन का अनुपालन कर रहे हैं।

कुछ ऐसा ही मंजर बजरंग बली की प्रधानतम पीठ हनुमानगढ़ी में भी नजर आता है। लॉकडाउन के बाद हनुमानगढ़ी की सीढ़ी भी सन्नाटे के आगोश में है। बजरंग बली के पुजारी एवं रामकोट वार्ड के पार्षद पुजारी रमेशदास कहते हैं कि आज मानव जाति का अस्तित्व दांव पर है और हम हनुमान जी की प्रेरणा से इस नियति से उबरने का प्रयास कर रहे हैं। सुबह हनुमान जी की पूजा से निवृत्त होते ही रमेशदास परमहंस महाविद्यालय की ओर उन्मुख होते हैं, जहां लॉकडाउन से जूझ रहे जरूरतमंदों के लिए भोजन वितरित करने की तैयारी होती है। सरयू तट से लेकर रामनगरी की मुख्य सड़क तक यह मुनादी कर रही होती है कि अकल्पनीय खामोशी के पीछे कोरोना रूपी महामारी से निपटने का संकल्प है। 

chat bot
आपका साथी