गड्ढे में गिरी स्कूली बस, 13 बच्चे घायल

----------------- घायल बच्चों के नाम- हर्ष तिवारी पलक तिवारी प्रशंसा तिवारी आशुतोष तिवारी सगुन व गुनगुन निवासी गंगौली योगेश पांडेय आद्रिका पांडेय वैष्णवी पांडेय शुभी पांडेय निवासी पुरखेपुर अंबुज ओझा निवासी अंजना पीयूष तिवारी पुरसाये थाना महराजगंज देवांश पुत्र गणेश तिवारी ऐमी आलापुर थाना महाराजगंज घायल है। ------------------------------------------------------ 11 बजे तक पीएससी का नहीं खुला ताला

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 11:39 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 11:39 PM (IST)
गड्ढे में गिरी स्कूली बस, 13 बच्चे घायल
गड्ढे में गिरी स्कूली बस, 13 बच्चे घायल

मसौधा (अयोध्या) : पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पुरखेपुर गांव के पास गुरुवार की सुबह बच्चों को लेकर स्कूल जा रही बस ड्राइवर की लापरवाही के चलते गड्डे में गिरकर पेड़ से जा टकराई। बस में सवार 13 बच्चों सहित परिचालक घायल हो गया। चालक मौके से भाग निकला। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बस से निकाला गया। मौके पर पहुंचे अभिभावक बच्चों को लेकर अस्पताल रवाना हो गए। आक्रोशित भीड़ को पुलिस ने समझाकर शांत कराया।

सुबह तकरीबन आठ बजे अवध इंटरनेशनल स्कूल की बस कुछ बच्चों को लेकर जा रही थी। लापरवाह चालक मोबाइल फोन पर बात करने लगा। अनियंत्रित बस तकरीबन सात फिट गहरे गड्ढे में गिरकर पेड़ से जा टकराई। बच्चों की चीख सुनकर दौड़े ग्रामीणों ने सभी को बाहर निकाला। स्कूल और अभिभावकों को फोन पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पूराकलंदर थाना पुलिस को ग्रामीणों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा। प्रधान रामप्रकाश वर्मा, नीरज तिवारी, बृजेश तिवारी, र¨वद्र ओझा, दीपेंद्र पांडेय ने बताया कि बच्चों को मामूली चोटें आईं हैं। थानाध्यक्ष अर¨वद तिवारी ने बताया कि बस को कब्जे में ले लिया गया है। घायल बस परिचालक रामअछैबर पुत्र जगई कुमहिया थाना महराजगंज को जिला चिकित्सालय भेजा गया है। -------------

घायल बच्चों के नाम-

हर्ष तिवारी, पलक तिवारी, प्रशंसा तिवारी, आशुतोष तिवारी, सगुन व गुनगुन निवासी गंगौली, योगेश पांडेय, आद्रिका पांडेय, वैष्णवी पांडेय, शुभी पांडेय निवासी पुरखेपुर, अंबुज ओझा निवासी अंजना, पीयूष तिवारी पुरसाये थाना महराजगंज, देवांश पुत्र गणेश तिवारी ऐमी आलापुर थाना महाराजगंज है। 11 बजे तक पीएससी का नहीं खुला ताला

मसौधा : चोटिल बच्चों को लेकर ग्रामीण पीएचसी की ओर भागे तो पता चला कि वहां ताला पड़ा है और कोई मौजूद नहीं है। लापरवाही का आलम ऐसा रहा कि स्थानीय लोगों ने चिकित्सकों का पता लगाना चाहा तो किसी का फोन नहीं उठा। घटनास्थल से ढाई किलोमीटर दूर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शांतीपुर का ताला गुरुवार की दोपहर 11 बजे तक नहीं खुला। ग्रामीणों ने कहा, पीएचसी में चिकित्सक मौजूद होते तो घायल बच्चों को प्राथमिक उपचार मिल जाता। ग्राम प्रधान तालुकदार ¨सह सहित अन्य ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिदिन ऐसी लापरवाही देखने को मिल रही है। जिम्मेदार ही सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं।

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