लेखाकार के ड्राइवर की फर्म में डाले गए साढ़े 11 लाख रुपये

संवाद सूत्र ऊसराहार ताखा में पशु शेड बनाने में हुए घोटाले में भी लेखाकार के ड्राइवर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Nov 2020 05:34 PM (IST) Updated:Tue, 03 Nov 2020 05:34 PM (IST)
लेखाकार के ड्राइवर की फर्म में डाले गए साढ़े 11 लाख रुपये
लेखाकार के ड्राइवर की फर्म में डाले गए साढ़े 11 लाख रुपये

संवाद सूत्र, ऊसराहार : ताखा में पशु शेड बनाने में हुए घोटाले में भी लेखाकार के ड्राइवर की फर्म के खाते में साढ़े 11 लाख रुपये डाले गए थे। उक्त रकम में सबसे ज्यादा हिस्सा पशु शेड का ही है। भुगतान के बावजूद पशु शेड का निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया गया। ताखा क्षेत्र में जहां 17 ग्राम पंचायतों में पौधारोपण के नाम पर मनरेगा का साढ़े 12 लाख रुपया फर्जी बिल बाउचर के सहारे लिया गया है। पशुटीन शेड के निर्माण में भी भारी धांधली हुई। ताखा की दस ग्राम पंचायतों में एक दर्जन से अधिक पशु शेड के निर्माण का भुगतान शौर्य कांट्रैक्टर एवं सप्लायर शांती कालोनी इटावा को कर दिया गया है। इस फर्म का प्रोपराइटर अनीश कुमार बताया जाता है। खंड विकास अधिकारी ताखा पीएन यादव के मुताबिक अनीश लेखाकार धर्मेंद्र का ड्राइवर है। इसके खाते में लगभग तेरह पशु शेड के अलावा सायनबोर्ड डिस्प्ले बोर्ड का धन भी भेजा गया है। मजे की बात तो यह है कि रकम का भुगतान लेने के बाद भी कई पशुटीन शेड का निर्माण कराया ही नहीं गया था। जब इसकी जांच रुद्रपुर गांव में की गई तो मौके पर जांच टीम को कोई पशुटीन शेड नहीं मिला था जिसके बाद लेखाकार धर्मेद्र व फर्म के प्रोपराइटर अनीश कुमार व सहायक मनरेगा शिवशंकर के विरुद्ध मुकद्दमा दर्ज करा दिया गया। परंतु रुद्रपुर के अलावा अमथरी कौआ मामन में भी बन रहे पशु शेड का काम अधूरा छोड़ दिया गया। इतना ही नहीं कई रोजगार सेवकों ने लेखाकार के कहने पर अपनी जेब से काम भी करा दिया लेकिन उन्हें अबतक उसका भुगतान नहीं मिला है। मामन के रोजगार सेवक राजीव कुमार ने बताया उन्होंने लेखाकार के कहने पर अपनी पंचायत में बन रहे पशुटीन के अधूरे निर्माण को पूरा कराया। लेकिन उन्हें उसका भुगतान अभी तक नहीं मिला। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी ताखा पीएन यादव ने बताया ताखा के दस गांव में पशुटीन शेड व कुछ अन्य मदों का भुगतान शौर्य कांट्रेक्टर एवं सप्लायर शांती कालोनी इटावा को किया गया है। इसका प्रोपराइटर अनीश कुमार है जो लेखाकार धर्मेंद्र की गाड़ी का ड्रायवर है। सीडीओ राजा गणपति आर ने बताया पूरे मामले की जांच की जा रही है। लेखाकार के करीबी ड्रायवर की फर्म पाई जाती है तो उस पर भी कार्यवाही होगी।

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