आयुष्मान योजना ने चंद्रप्रभा के पैरों को दी गति

आयुषमान योजन के तहत निशुल्क आप्रेशन के बाद चन्द्रप्रभा अपने पैरों पर चल सकेंगी सैफई 30 सितम्बर ;अनिल कुमार पाण्डेयद्ध उ0प्र0 आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के हड्डी एवं जोड रोग विभाग के डा0 हरीश कुमार द्वारा किये गये सफल आप्रेशन के बाद 60 वर्षीय चन्द्रप्रभा अपने पैरों

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Sep 2019 09:52 PM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 06:19 AM (IST)
आयुष्मान योजना ने चंद्रप्रभा के पैरों को दी गति
आयुष्मान योजना ने चंद्रप्रभा के पैरों को दी गति

संवाद सहयोगी, सैफई : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के हड्डी एवं जोड़ रोग विभाग के डा. हरीश कुमार द्वारा किये गये सफल आप्रेशन के बाद 60 वर्षीय चन्द्रप्रभा अपने पैरों पर 5 साल बाद चलने में सक्षम हो सकी। आयुष्मान योजना ने चंद्रप्रभा के पैरों को गति प्रदान कर दी है। यूनिवर्सिटी में किए गए इस आप्रेशन में डा. सुनील कुमार, डा. प्रशांत, डा. राजकुमार, डा. राजीव, डा. अमित, डा. अजीत के साथ ऐनेस्थिसिया विभाग के डाक्टरों व तकनीकी टीम ने भाग लिया।

हड्डी एवं जोड़ रोग विभाग के डा. हरीश कुमार ने बताया कि 6 साल पहले चोट लगने के कारण दुर्गापुर बिजौली थाना बकेवर निवासी चन्द्रप्रभा की बायें कूल्हे की हड्डी टूट गयी थी जिसका आप्रेशन आर्थो विभाग में किया गया। आप्रेशन के कुछ वर्षों बाद मरीज चन्द्रप्रभा दुबारा गिर गयीं जिससे आप्रेशन के दौरान डाली गयी सरिया टूट गयी। जिससे उन्हें चलने-फिरने में गंभीर दिक्कत आने लगी और कुल्हे की हड्डी टेढ़ी हो गयी। पिछले चार साल से मरीज चलने-फिरने में तथा उठने-बैठने में असमर्थ महसूस करने लगीं। दोबारा दिखाने के बाद पुन: आप्रेशन की सलाह दी गयी। मरीज की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण मरीज आप्रेशन के दौरान लगने वाले सरिया का खर्चा उठाने में असमर्थ थीं। मरीज की कमजोर आर्थिक स्थित को देखते हुए मरीज का आप्रेशन नि:शुल्क आयुष्मान योजना के अंतर्गत किया गया। मरीज अब पूरी तरह ठीक है। तथा अपने पैरों पर दोबारा खड़ा होने पर बेहद खुश है। डा. सुनील कुमार ने बताया कि इस तरह का आप्रेशन बेहद जटिल होता है। आप्रेशन के दौरान चन्द्रप्रभा के पैर में डाले गये टूटे सरिया को बाहर निकालकर टेढ़ी हड्डी की आस्टियोटॉमी की गयी। हड्डी को पुन: सीधा करके हड्डियों के गैप को कमर की हड्डी से चूरा निकालकर भरा गया तथा आप्रेशन के कुछ दिन बाद ही चंद्रप्रभा अपने पैरों पर खड़ा हो सकी। विश्वविद्यालय के चिकित्सा अधीक्षक डा. आदेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय का हड्डी एवं जोड़ रोग विभाग पूरी तरह वर्तमान तकनीकी सुविधाओं से लैस प्रदेश के उत्कृष्ट हड्डी एवं जोड़ रोग विभाग के रूप में स्थापित हो चुका है। सफल आप्रेशन पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डा. राजकुमार, प्रति कुलपति डा. रमाकान्त यादव, संकाय अध्यक्ष डा. आलोक कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डा. आदेश कुमार, फैकेल्टी मेंबर चिकित्सा अधिकारी तथा विश्वविद्यालय के पीआरओ अनिल कुमार पांडेय ने आर्थो विभाग के प्रोफेसर डा. सुनील कुमार तथा डा. हरीश कुमार व आप्रेशन में भाग लेने वाली टीम को बधाई दी है।

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