कहीं बरसात तो कहीं उमस
इटावा, जागरण संवाददाता : मौसम की मार से जनजीवन खासा त्रस्त है। सोमवार को कहीं बरसात तो कहीं उमस का आलम रहा। दोपहर में पारा 34 डिग्री के पार हो गया। इस दौरान बिजली कटौती होने से और अधिक बैचेनी रही। मानसून सक्रिय रहने से किसानों की सक्रियता बढ़ गई है।
श्रावण मास के द्वितीय सोमवार को चारो ओर झमाझम बरसात की उम्मीद लगाई गई थी, पर ऐसा हुआ नहीं। सुबह से अपराह्न के दौरान बादल तो इस कदर छाए रहे लेकिन उतनी तेजी से बरसे नहीं। कहीं बूंदाबांदी तो कहीं बरसात हुई। इस मध्य सूर्यदेव ने जो तपिश छोड़ी उससे भीषण उमस से सभी बेहाल हो गए। इस दौरान बिजली कटौती ने और अधिक बेहाल किया। मौसम में बार-बार बदलाव होने से संक्रामक रोग तेजी से फैल रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्र ज्यादा प्रभावित है।