समाधान दिवस: 198 में से केवल 15 शिकायतों का निस्तारण

यूं तो डीएम की मौजूदगी वाले संपूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की भी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 10:34 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 06:05 AM (IST)
समाधान दिवस: 198 में से केवल 15 शिकायतों का निस्तारण
समाधान दिवस: 198 में से केवल 15 शिकायतों का निस्तारण

एटा, जागरण संवाददाता: यूं तो डीएम की मौजूदगी वाले संपूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की भीड़ संभालना मुश्किल होती है। लेकिन मंगलवार को सदर तहसील में कुछ अलग ही तरह का नजारा था। डीएम के साथ एसएसपी भी लोगों की समस्या-शिकायतें सुन रहे थे। लेकिन फरियादियों की संख्या बहुत कम थी। पूरे दिन में महज 65 प्रार्थना पत्र ही आए। तीनों तहसीलों में कुल मिलाकर 198 प्रार्थना पत्र आए। हालांकि इनमें से केवल 15 का ही मौके पर निस्तारण हो सका।

सदर तहसील में जनसमस्याएं सुनने के दौरान डीएम सुखलाल भारती ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुलिस एवं राजस्व विभाग सहित अन्य विभाग आपसी तालमेल के साथ काम करें। जिससे जनता की समस्याओं का निस्तारण प्रमुखता से हो सके। इस दौरान गांव पिपहैरा के अरुण कुमार ने गड्ढों की शिकायत की। इस पर डीएम ने तहसीलदार को निर्देश दिए कि अभियान चलाकर पूरे तहसील क्षेत्र में गड्ढे खाली कराएं। किसी भी सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं होना चाहिए। नगला खोकर के लोगों ने शौचालय की दूसरी किश्त न मिलने की शिकायत की। कुल मिलाकर 65 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए गए, इनमें से सात से संबंधित फरियादियों को ही मौके पर निस्तारण की खुशी मिल सकी। इस दौरान सीडीओ मदन वर्मा, सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल, एसडीएम नंदलाल सिंह, तहसीलदार दुर्गेश यादव आदि अधिकारी मौजूद रहे। तहसील अलीगंज में एडीएम वित्त एवं राजस्व केशव कुमार और एसडीएम पीएल मौर्य ने जनसमस्याएं सुनीं। कुल आए 89 प्रार्थना पत्रों में से छह का ही मौके पर निस्तारण हो सका। जबकि तहसील जलेसर में एडीएम प्रशासन केपी सिंह और एसडीएम अरुण कुमार की मौजूदगी में आयोजित समाधान दिवस में 44 में से महज दो का निस्तारण किया गया।

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