विधायक के वाहन पर फायरिग के आरोप में सात गिरफ्तार

देवरिया भाजपा विधायक काली प्रसाद के वाहन पर फायरिग के मामले में पुलिस ने गुरुवार को सात आरोपितों को पुलिस ने गिरफतार कर लिया। कार्रवाई से नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और निर्दोष छात्रों को गिरफ्तार करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 11:28 PM (IST) Updated:Thu, 19 Nov 2020 11:28 PM (IST)
विधायक के वाहन पर फायरिग के आरोप में सात गिरफ्तार
विधायक के वाहन पर फायरिग के आरोप में सात गिरफ्तार

देवरिया : भाजपा विधायक काली प्रसाद के वाहन पर फायरिग के मामले में पुलिस ने गुरुवार को तीन नाबालिग समेत सात आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

सपा कार्यकर्ताओं ने निर्दोष छात्रों की गिरफ्तारी का आरोप लगाते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हंगामा किया। इस दौरान पुलिस से सपा कार्यकर्ताओं की झड़प हुई।

16 नवंबर की रात चकरवा बहोरदास से लौटते समय भाजपा विधायक के वाहन पर परान छपरा गांव के समीप कुछ युवकों ने फायरिग कर दिया। जिससे विधायक के स्कार्पियो का शीशा टूट गया। इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस ने गुरुवार को रंजीत यादव पुत्र विशेषर, कृष्णा यादव, सोनू यादव, उपेंद्र यादव व तीन नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद इन्हें जेल भेज दिया गया।

उधर सपा के पूर्व विधायक मनबोध प्रसाद, सपा के वरिष्ठ नेता ओपी यादव समेत अन्य लोग कोतवाली पहुंचे और हंगामा करने लगे। उनका कहना था कि राजनीति के चलते निर्दाेष छात्रों को फंसाया गया है। अगर विधायक के वाहन पर गोली चली तो वाहन के सीट व अन्य जगहों पर छर्रा तो लगना ही चाहिए। जुलूस में युवक आतिशाबाजी कर रहे थे। सपा नेताओं ने एसडीएम ओमप्रकाश व सीओ श्रीयश त्रिपाठी से भी अपनी शिकायत दर्ज कराई। सीओ श्रीयश त्रिपाठी ने कहा कि सात आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। फरार चल रहे अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

पुलिस वाहन के सामने महिलाओं ने किया प्रदर्शन

देवरिया। विधायक काली प्रसाद के वाहन पर हुई फायरिग के मामले में गिरफ्तार तीन नाबालिग समेत सात आरोपितों का मेडिकल कराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जब पुलिस लेकर पहुँची तो हंगामा हो गया। आरोपित बताए गए सातों के परिवार के सदस्य अस्पताल पहुंचे और हंगामा खड़ा कर दिया। परिवार की महिलाएं पुलिस वालों के सामने खड़ी हो गई और आरोपों को छोड़ने की मांग करने लगी, इसके बाद महिला पुलिस कर्मियों ने सख्ती दिख जाते हुए महिलाओं को वाहन के सामने से हटाया। इसके लिए काफी पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान सपा के पूर्व विधायक सुरेश यादव, स्वामीनाथ यादव, विजय लक्ष्मी गौतम, राम प्रकाश यादव मुन्ना समेत लोग भी मौजूद रहे। सपा नेताओं का आरोप था कि पुलिस जनप्रतिनिधियों के हाथ की कठपुतली हो गई है। निर्दोष लोगों को जेल भेज रही है। जुलूस में दूसरे जाति के लोग भी शामिल थे। उनको लाकर पूछताछ की और उन्हें छोड़ दिया गया। केवल एक जाति के ही युवकों को जेल भेजा गयं है। सपा इसको लेकर आंदोलन करेगी।

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