राप्ती लील गई खेती अब घर की बारी

देवरिया: राप्ती नदी के कहर से बरहज तहसील क्षेत्र का ग्राम भदिला प्रथम का राजस्व ग्राम धनया उर्फ

By Edited By: Publish:Sat, 25 Jul 2015 10:09 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jul 2015 10:09 PM (IST)
राप्ती लील गई खेती अब घर की बारी

देवरिया: राप्ती नदी के कहर से बरहज तहसील क्षेत्र का ग्राम भदिला प्रथम का राजस्व ग्राम धनया उर्फ कुंदमहाल तबाह हो रहा है। कटान के चलते हर रोज कृषि योग्य भूमि व खेतों में लगी फसल नदी में समाहित हो रही है। खेतों को काटते नदी अब आशियाना की तरफ बढ़ रही है, जिससे ग्रामीणों की ¨चता बढ़ने लगी है।

बरहज क्षेत्र के गांवों पर इन दिनों नदियों की कु²ष्टि पड़ रही है। पहले कोलखास फिर परसिया कूर्ह पर घाघरा और अब धनया उर्फ कुंदमहाल पर राप्ती का कहर टूट रहा है। दो साल पूर्व खेतों पर शुरु हुई कटान अब घरों के निकट पहुंच गई है। दो वर्ष में लगभग सौ एकड़ कृषि योग्य भूमि राप्ती की गोद में समा चुकी है। वर्तमान में तिवारी टोला के निकट राप्ती भीषण कटान कर रही है। केवल एक सप्ताह में ही नदी करीब दस एकड़ भूमि लील चुकी है। लवंगी देवी, प्रभुनाथ तिवारी, मेघनाथ तिवारी, प्रभाकर तिवारी, राकेश कुमार तिवारी, रामानंद तिवारी राकेश तिवारी आदि किसानों के खेतों पर नदी की लहरें कटान कर रही हैं।

प्रभुनाथ तिवारी, लवंगी देवी, राकेश तिवारी का कहना है कि कटान के चलते खेत तो नदी में चले ही गए अब घर भी जाने का खतरा पैदा हो गया है। कटान करते हुए नदी घरों के करीब पहुंच गई है। खेत कटने से हम लोग भूमिहीन हो गए हैं। अगर घर भी कटा तो रहने का ठिकाना नहीं रह जाएगा। मेघनाथ तिवारी, रामानंद तिवारी ने बताया कि बाढ़ व कटान से स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। राहत के नाम पर प्रशासन द्वारा एक छोटी नाव मुहैया कराई गई है। कटान रोकने के लिए अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई गई, लेकिन किसी ने हम लोगों की बात नहीं सुनी।

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