पुलिस के हाथ लगे सुराग, रडार पर संदिग्ध

देवरिया : बरहज में व्यापारियों से रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। आरोपिय

By Edited By: Publish:Tue, 24 Feb 2015 10:44 PM (IST) Updated:Tue, 24 Feb 2015 10:44 PM (IST)
पुलिस के हाथ लगे सुराग, रडार पर संदिग्ध

देवरिया : बरहज में व्यापारियों से रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। आरोपियों की काल डिटेल के आधार पर कुछ नाम सामने आए हैं, जिनका संबंध इस धधे से है। हालांकि पुलिस पक्के सबूत हाथ लगने पर ही संदिग्धों पर हाथ डालना चाहती है।

बरहज में बीते आठ माह से व्यापारियों से फोन पर रंगदारी मांगने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। डेढ़ माह पूर्व नंदना वार्ड पश्चिमी निवासी सराफा व्यवसायी अवधेश वर्मा और ब्याज का धंधा करने वाले राजेंद्र जायसवाल से फोन पर रुपये मांगने की शिकायत को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बरहज पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मोबाइल नंबर को आधार बनाकर जांच शुरू हुई तो फोन का लोकेशन आजमगढ़ का मिला। यह नंबर आजमगढ़ जेल में बंद दो अपराधियों के थे। पुलिस ने सारे घटनाक्रम से आजमगढ़ पुलिस अवगत कराया। दोनों जनपदों की पुलिस की संयुक्त जांच में पाया गया कि रंगदारी मांगने वाले एक शातिर अपराधी गैंग से ताल्लुक रखते हैं। दोनों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत गहन जांच में जुट गई। बीते एक साल में दोनो नंबरों से करीब सवा लाख काल हुए हैं।

जांच आगे बढ़ने पर जो कहानी सामने आई उससे पुलिस का सिर चकरा गया। कारण कि रंगदारी का पूरा खेल नगर से खेला जा रहा है। नगर में प्रापर्टी डीलिंग और कुछ छुटभैये अपराधियों के धंधे से जुड़े कुछ लोगों की संलिप्तता पाए जाने के बाद पुलिस चौकन्नी हो गई है। ये लोग व्यापारियों का लोकेशन, आर्थिक स्थिति और मोबाइल नंबर मुहैया करा रहे हैं। संदिग्ध लोग पुलिस के रडार पर हैं।

इस संबंध में विवेचक रामधारी मिश्र ने बताया कि जांच सही दिशा में चल रही है। दोनों मोबाइल नंबरों द्वारा काल किए गए करीब सवा लाख नंबर के काल डिटेल खंगाले जा रहे हैं। कुछ नाम सामने आए हैं और उनकी पहचान भी कर लग गई है। पुलिस उन पर नजर रखे हुए। पुख्ता सबूत हाथ लगते ही इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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