प्रदूषण नियंत्रण टीम ने मापी ध्वनि तीव्रता
देवरिया: नगर में दिन रात चल रहे जेनरेटरों से उत्पन्न ध्वनि प्रदूषण की जांच करने शनिवार को प्रदूषण नियंत्रण की टीम बरहज पहुंची। बैंकों के अलावा कई निजी संस्थानों पर चल रहे जेनरेटरों के ध्वनि प्रदूषण की जांच हुई, जिसमें प्रदूषण अधिक पाया गया। जांच टीम के आने की सूचना से जेनरेटर संचालकों में हड़कंप मच गया।
अनुश्रवण सहायक केके सिंह और वैज्ञानिक सहायक अयोध्या प्रसाद के नेतृत्व में आई टीम ने सबसे पहले पूर्वाचल बैंक के जेनरेटर को परखा उसके बाद सेंट्रल बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक और एस्पेन ग्रुप के जेनरेटरों के प्रदूषण की स्थिति जांची।
अनुश्रवण सहायक श्री सिंह ने बताया कि सभी संस्थाओं को एकास्टिक इन क्लोजर सिस्टम (केएनओपी) युक्त जेनरेटर का प्रयोग करना चाहिए। जिन संस्थाओं ने इन मानकों का अनुपालन नहीं किया है और जेनरेटर प्रदूषण उगल रहे हैं उन्हें नोटिस दी जाएगी। फिर भी अगर सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। साथ ही नगर में चल रहे जेनरेटरों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
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यह रहा ध्वनि की स्थिति
-स्टेट बैंक के जेनरेटर का ध्वनि प्रदूषण मापक यंत्र पर 93.8 डेसिबल, एस्पेन ग्रुप का 92.5 तथा पूर्वाचल बैंक बारा दीक्षित का 97 डेसिबल रहा, जो निर्धारित मानक 50 डेसिबल से काफी अधिक है।