जडेडा बांध में सीपेज से हलचल, किसान ¨चतित

संवाद सहयोगी, मानिकपुर : मानिकपुर तहसील के हेला बगदरी में पाठा क्षेत्र के पहाड़ों से आने

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Aug 2018 05:28 PM (IST) Updated:Mon, 13 Aug 2018 05:28 PM (IST)
जडेडा बांध में सीपेज से हलचल, किसान ¨चतित
जडेडा बांध में सीपेज से हलचल, किसान ¨चतित

संवाद सहयोगी, मानिकपुर : मानिकपुर तहसील के हेला बगदरी में पाठा क्षेत्र के पहाड़ों से आने वाले पानी को रोकने के लिए बनाए गए जडेड बांध में कई दिन से सीपेज (आम बोलचाल की भाषा में लीकेज) की जानकारी पर सोमवार को हलचल मच गई। ¨चतित किसानों ने एसडीएम को खबर दी तो उन्होंने फौरन मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। ¨सचाई विभाग के अफसरों को जल्द सीपेज बंद कराने के निर्देश दिए। इसके लिए भू-सर्वेक्षण विभाग को रिपोर्ट भेजी गई है।

पाठा क्षेत्र में अक्सर बारिश के दौरान पहाड़ों व जंगलों से आने वाले पानी के कारण किसानों की फसलें चौपट होने की समस्या से निपटने के लिए दो दशक पहले कराया गया था। वर्ष 2007 में बसपा सरकार के कार्यकाल में यहां मरम्मत कराई गई थी। इसके बाद से करीब एक दशक से बांध की तरफ कोई झांकने नहीं पहुंचा। इधर दो माह से बांध के एक हिस्से में सीपेज के कारण धीरे-धीरे पानी किसानों के खेतों की तरफ पहुंचने लगा। एक सप्ताह पहले नजर पड़ने पर कुछ किसानों ने इसको रोकने का प्रयास किया लेकिन कोई हल नहीं निकला। सोमवार को बहाव तेज होने पर किसानों ने इसकी जानकारी एसडीएम मानिकपुर संदीप कुमार वर्मा को दी। वह मानिकपुर पुलिस, ¨सचाई विभाग के अधिकारियों को लेकर दोपहर में मौके पर पहुंचे। यहां पर सीपेज (लीकेज) की स्थिति देखी। बताया कि जडेडा बांध की लंबाई करीब आठ किलोमीटर व गहराई 28 फीट के आसपास है। सीपेज की स्थिति कहां से है, यह पता तकनीकी टीमें ही लगा सकती हैं। फिलहाल पानी पांच फीट के स्तर पर है। इसलिए ज्यादा समस्या नहीं है लेकिन भविष्य में दिक्कतें बढ़ सकती हैं। इसको लेकर इंतजाम कराए जा रहे हैं। ¨सचाई विभाग के जेई राम आसरे यादव ने बताया कि बजट के अभाव में कई साल से मरम्मत नहीं हुई है। लखनऊ में भू-सर्वेक्षण विभाग को रिपोर्ट भेजी जा रही है। सीपेज की जगह पता लगाकर जल्द ठीक कराया जाएगा।

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