किराया भुगतान न होने से आंगनबाड़ी केंद्रों पर संकट

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ उप्र की जिला इकाई की पदाधिकारि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Dec 2018 10:10 PM (IST) Updated:Wed, 26 Dec 2018 10:10 PM (IST)
किराया भुगतान न होने से आंगनबाड़ी केंद्रों पर संकट
किराया भुगतान न होने से आंगनबाड़ी केंद्रों पर संकट

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ उप्र की जिला इकाई की पदाधिकारियों ने लंबित समस्याओं को लेकर आवाज बुलंद की है। बुधवार को डीएम को ज्ञापन देकर कहा कि किराये के भवनों पर तमाम आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं। मकान मालिकों को किराया नहीं मिलने के कारण अक्सर समस्या होती है। कई जगह पेड़ की छांव तले बच्चे बैठाने पड़ रहे हैं। इसके साथ कर्मियों का मानदेय रोक कर प्रताड़ित किया जाता है।

संगठन की जिलाध्यक्ष अमृता चतुर्वेदी की अगुवाई में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार ने वादाखिलाफी की है। दो साल बीतने को हैं पर कोई समस्या हल नहीं की गई। अब आठ व नौ जनवरी को ट्रेड यूनियनों के साथ 48 घंटे की कलम बंद हड़ताल की जाएगी। आंगनबाड़ी को चार हजार, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को तीन हजार व सहायिका को दो हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय से भरण-पोषण मुश्किल है। 12 से 18 घंटे प्रतिदिन काम के एवज में मिलने रकम बहुत कम है। इसलिए आंदोलन करने पड़ते हैं। पुष्टाहार वितरण में भी ठेकेदार लापरवाही करते हैं। कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिले मोबाइल खराब गुणवत्ता के खराब अक्सर परेशानी में डाल देते हैं। इस दौरान रसीदा बेगम, अरुंधती, मंजू पांडेय, सुमन तिवारी, अर्चना, पुष्पा सोना, राजरानी, रमाकांती, विमला ¨सह, विमला रामायणी, सूरज कली, ज्योति, गायत्री यादव, आशा, नफीसा व प्रेमा समेत अन्य रहीं।

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