पच्चीस फीट चौड़ा होगा परिक्रमा मार्ग

By Edited By: Publish:Wed, 27 Aug 2014 01:14 AM (IST) Updated:Wed, 27 Aug 2014 01:14 AM (IST)
पच्चीस फीट चौड़ा होगा परिक्रमा मार्ग

चित्रकूट, जागरण संवाददाता : परिक्रमा मार्ग में मची भगदड़ के बाद मध्य प्रदेश सतना के प्रशासनिक अधिकारी आगे ऐसी घटना न हो इस रणनीति में लग गए हैं। आईजी जोन रीवां ने धर्मनगरी के संत समाज व अधिकारियों के साथ बैठकर सुरक्षा का खाका खींचा। जिसमें अमल के लिए 11 सदस्यीय टीम का भी गठन किया गया। यहां कहा गया कि परिक्रमा मार्ग के 25 फुट चौड़ा किया जाएगा।

सोमवती अमावस्या में सोमवार को परिक्रमा के दौरान भगदड़ में दस श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और दर्जनों घायल हो गए थे। घटना पर मंथन को सतना जिला प्रशासन ने मंगलवार को सद्गुरु सेवा ट्रस्ट जानकीकुंड में साधु संतों और अधिकारियों के साथ बैठक की। आईजी जोन रीवां पवन श्रीवास्तव की अगुवाई में हुई बैठक में घटना के कारणों को तलाशा गया और उसके समाधान पर चर्चा की गई। संत समाज ने परिक्रमा मार्ग सहित धर्मनगरी में अमावस्या मेला व अन्य पर्वो पर आने वाली अड़चनों के संबंध में जिला प्रशासन को अवगत कराया। करीब तीन घंटे चली बैठक में परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण, साफ-सफाई, प्रकाश, पेयजल, नारियल तोड़ने, अतिक्रमण और भिक्षुओं आदि बिन्दुओं पर चर्चा हुई। इसके बाद एक मत से निर्णय लिया गया कि धर्मनगरी की समस्याओं के निस्तारण को 11 सदस्यीय टीम गठित की जाती है।

इस समिति में विभिन्न संत महंतों सहित नगर पंचायत, पुलिस व प्रशासन के अधिकारी व समाजसेवी और गणमान्य नागरिकों को शामिल किया गया है। कलेक्टर सतना मोहनलाल मीणा ने बताया कि बैठक में जिन बिंदुओं पर चर्चा की गई है। उनके समाधान को अमलीजामा 11 सदस्यीय समिति पहनाएगी। उन्होंने कहा कि घटना को लेकर सभी को दुख है। इसकी जांच कराई जा रही है जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्यवाही जाएगी। मृतकों में अभी तक सिर्फ सात की पहचान हो सकी है तीन अभी लावारिश हैं। उनके परिजनों की तलाश की जा रही है। इसके लिए मृतकों की फोटो को मीडिया के माध्यम से प्रसारित किया गया है।

समिति के नायक

प्रमुख द्वार महंत रामस्वरुपाचार्य महराज, महंत रामहृदय दास, महंत सनकादिक महराज, साहब बाबा, नगर पंचायत अध्यक्ष नीलांशु चतुर्वेदी, एसडीओपी चित्रकूट, सीएमओ नगर पंचायत, सद्गुरु सेवा ट्रस्ट से एक सदस्य, डीआरआई से दो सदस्य, एक स्थानीय नागरिक।

यह मिली चुनौती

>> परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण (25 फीट चौड़ा)

>> परिक्रमा मार्ग से जल निकासी का प्रबंध

>> साफ-सफाई की व्यवस्था

>> नारियल तोड़ने के लिए मशीन लगाना व स्थान चिंहित करना

>> परिक्रमा मार्ग में शुद्ध पेयजल के समुचित इंतजाम करना

>> अन्ना पशुओं को गौशाला भेजना

>> भिक्षुओं के बैठने को अलग स्थान का निर्धारण

>> धर्मनगरी क्षेत्र में सैलानियों व श्रद्धालुओं से होने वाली कर वसूली पर रोक लगाना

>> मठ, मंदिर और आश्रमों में होने वाली आय व नगर पंचायत के सहयोग से मेला के लिए व्यवस्थाओं को इंतजाम

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