रेलवे के निजीकरण के खिलाफ निकाला मशाल जुलूस

जासं पीडीडीयू नगर (चंदौली) रेलवे के निजीकरण एवं निगमीकरण और कई विभागों के कैडरों का समायोजन के विरुद्ध में आल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के आह्वान पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन शाखा नंबर तीन के विरोध सप्ताह के छठवें दिन मंगलवार को प्लेटफार्म नंबर तीन पर प्रदर्शन किया। शाम को सदस्यों ने यूरोपियन कालोनी से मशाल जुलूस निकाला।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 09:19 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jan 2020 11:56 PM (IST)
रेलवे के निजीकरण के खिलाफ निकाला मशाल जुलूस
रेलवे के निजीकरण के खिलाफ निकाला मशाल जुलूस

जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : रेलवे के निजीकरण एवं निगमीकरण और कई विभागों के कैडरों का समायोजन के विरुद्ध आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन शाखा नंबर तीन के विरोध सप्ताह के छठवें दिन मंगलवार को प्लेटफार्म तीन पर प्रदर्शन किया। शाम को सदस्यों ने यूरोपियन कालोनी से मशाल जुलूस निकाला। रेलकर्मियों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण की मांग की गई। सरकार के कर्मचारी विरोधी निर्णयों के खिलाफ नारेबाजी की गई।

वक्ताओं ने कहा इस वक्त एकता की जरूरत है। ऐसा नहीं होने पर रेल कर्मचारियों इसका खामियाजा भुगतना ही होगा। आरोप लगाया कि कंपनियों के दबाव में सरकार भारतीय रेलवे को निजीकरण और निगमीकरण पर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है। इससे रेलकर्मियों की नौकरी पर संकट आएगा। कर्मचारियों का उत्पीड़न होगा। कहा सरकार का यह निर्णय कहीं से भी सही नहीं है। यह पूरी तरह से कर्मचारियों के हित के साथ खिलवाड़ है। एनपीएस पर एआइआरएफ का नजरिया साफ है कि हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक पुरानी गारंटी पेंशन बहाल नहीं हो जाती है। अशोक सिंह, एसपी सिन्हा, सुभाष सिंह, सीबी राय, एसके बघेल, बीबी पासवान, मुन्ना सिंह, प्रशांत कुमार, रवींद्र कुमार, सुरथा, गणेश, अश्वनी, विवेकानंद, रमेश सिंह, उपेंद्र सिंह आदि शामिल थे।

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