सड़क में गड्ढे ही गड्ढे, ज्यादातर स्थानों पर गिट्टी, पत्थर उखड़े

सड़कों को गड्ढा मुक्ति को अभियान लोनिवि ने कागजों पर चलाया। देखा जाए तो गांव- गिरांव को मुख्य मार्गों से जोड़ने वाली सड़कें अभी भी बदहाल हैं। जो गड्ढा मुक्त अभियान को मुंह चिढ़ा रही हैं। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही। नजीर के तौर पर लालपुर-डूहीसूही मार्ग को देखा जा सकता है। मार्ग पर जगह-जगह डेढ़ दर्जन गड्ढे बन गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 08:26 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 08:26 PM (IST)
सड़क में गड्ढे ही गड्ढे, ज्यादातर स्थानों पर गिट्टी, पत्थर उखड़े
सड़क में गड्ढे ही गड्ढे, ज्यादातर स्थानों पर गिट्टी, पत्थर उखड़े

जासं, चकिया (चंदौली) : सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का अभियान कागजों तक ही सीमित होकर रह गया। गांव- गिरांव को मुख्य मार्गों से जोड़ने वाली सड़कें अभी भी बदहाल हैं। ये सरकार के अभियान को मुंह चिढ़ा रही। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही। लालपुर-डूहीसूही मार्ग को देखें तो जगह-जगह डेढ़ दर्जन गड्ढे बन गए हैं। आए दिन गड्ढे में गिरकर बाइक व साइकिल सवार घायल हो जा रहे हैं। एक दशक पूर्व बनी इस सड़क की दोबारा मरम्मत तक नहीं कराई गई है।

यहां तक कि सड़क की पटरियों को भी कोई देखने वाला नहीं है। इससे गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे। लालपुर गांव के निकट दोनों तरफ की पटरियों पर कीचड़, पानी हमेशा जमा रहता है। साइकिल व बाइक जरा सा भी किनारे करने से लोग गड्ढों में गिर जाते हैं। सड़क पर भी जगह-जगह गड्ढे हैं। पत्थर, गिट्टी तक बिखरी पड़ी हैं। इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इस मार्ग से बोदारा, लालपुर, छांगुरपुर, केराडीह, पचवनियां, चंड़ीपुर, तियरी, बेदौली सहित शहाबगंज ब्लाक के दर्जनों गांवों के लोगों का आवागमन होता है। वाहन भी आए दिन पंचर हो रहे। इससे लोगों को आर्थिक परेशानी भी उठानी पड़ रही है। तमाम जतन के बाद भी आवागमन में अवरोध समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा। मुख्य मार्ग पर जहां-तहां बड़े वाहनों का ठहराव होने से हादसे का भय बना रहता है। आवागमन के दौरान राहगीरों व बाइक सवारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा। शिकायत के बावजूद पुलिस प्रशासन गंभीर नहीं। दरअसल, सोनभद्र से बालू, मोरंग व गिट्टी लेकर ट्रक जिले में आते हैं। चकिया-चंदौली, अहरौरा-चकिया वाया पीडीडीयू, इलिया- चकिया, चकिया- नौगढ़ मार्ग पर बड़े वाहन बड़ी संख्या में फर्राटे भर रहे हैं। इन मार्गों पर ट्रक एवं अन्य चार पहिया वाहन सड़क के किनारे ही खड़े हो जाते हैं। इसके चलते कई बार तेज रफ्तार वाहन सड़क किनारे खड़े ट्रकों मे भिड़ जाते हैं। इन हादसों में लोगों की जान तक चली जाती है। वहीं इलिया : लेहरा साख मार्ग पर सैदूपुर प्राथमिक विद्यालय के समीप वर्षों से सड़क खराब होने से राह चलना दुश्वार हो गया है। शिकायत के बाद भी विभाग चुप्पी साधे है। इसके चलते सड़क से आने जाने वाले राहगीरों व स्कूली बच्चे आए दिन गिरकर चोटिल होते हैं। लेहरा, मनकपड़ा, पालपुर, पड़रिया, नई बस्ती, बड़ौरा सहित ब्लाक मुख्यालय जाने का यह सुगम मार्ग है। यहां से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में दर्जनों गांव के लोग यात्रा करते हैं। कई वर्षों से मार्ग क्षतिग्रस्त है। दो माह पूर्व व्यापारियों ने अपने पैसे से ईंट फैलाकर मार्ग को आने जाने योग्य बनाया था। लेकिन जगह-जगह गड्ढा हो जाने से इन दिनों लोगों का राह चलना दुश्वार हो गया है।

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