लाल निशान से नीचे गंगा, जलस्तर 71.00 मीटर, दुश्वारियां बरकरार

लाल निशान के ऊपर गंगा का पानी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Sep 2019 10:09 PM (IST) Updated:Tue, 24 Sep 2019 10:50 PM (IST)
लाल निशान से नीचे गंगा, जलस्तर 71.00 मीटर, दुश्वारियां बरकरार
लाल निशान से नीचे गंगा, जलस्तर 71.00 मीटर, दुश्वारियां बरकरार

जागरण संवाददाता, चंदौली : गंगा के जलस्तर में तेजी से गिरावट आ रही है। जलस्तर पांच सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहा है। मंगलवार को जलस्तर 71.00 मीटर मापा गया। पानी कम होने के बावजूद प्रभावित गांवों के ग्रामीणों की दुश्वारियां कम नहीं हो रहीं। हर ओर जलजमाव, कीचड़ व फिसलन की स्थिति है। इससे परेशानी झेलनी पड़ रही। वहीं पशुओं के लिए भी चारा का संकट पैदा हो गया है। जनप्रतिनिधियों ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर हाल जाना। साथ ही जिला प्रशासन से राहत सामग्री का वितरण कराने की मांग की।

गंगा में बाढ़ से जिले के आठ गांव अतिप्रभावित रहे। इन गांवों में गंगा का पानी भर गया था। हालांकि जलस्तर में गिरावट के बाद तेजी से पानी खिसक रहा है। इसके बावजूद ग्रामीणों की मुश्किलें कम नहीं हुई है। बाढ़ के बाद गृहस्थी को दोबारा शुरू करने की चुनौती है। वहीं संक्रामक बीमारियों का खतरा भी सता रहा है। जनप्रतिनिधि ग्रामीणों को हाल जानने पहुंच रहे। लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल रहा। इससे लोगों में मायूसी है। पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने धानापुर क्षेत्र के मुरलीपुर, बिदपुरवा ,महूजी ,जिगिना, हिनौता आदि बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। लोगों से बात कर समस्याएं जानीं। उन्होंने प्रशासनिक इंतजाम न होने पर नाराजगी जताई। कहा जिला प्रशासन बाढ़ पीड़तिों की मदद करने में विफल साबित हो रहा है। प्रभावित खाद्यान्न व पशुओं के चारे की कमी से जूझ रहे हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम भी गांवों में नहीं जा रही है।

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एसडीएम ने सतर्कता बरतने के दिए निर्देश

सकलडीहा एसडीएम रामसजीवन मौर्या ने मंगलवार को सीओ प्रदीप सिंह चंदेल व नायब तहसीलदार बृजेश सिंह के साथ क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। ग्रामीणों से बात कर परेशानियों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को नियमित लंच पैकेट व शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का निर्देश मातहतों को दिया। बोले, राजस्वकर्मी पूरी सतर्कता बरतें। किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पानी दूषित

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी दूषित हो गया। हैंडपंपों से निकलने वाले पानी का रंग बदल गया है। वहीं दुर्गंध भी आ रही है। ऐसे में ग्रामीण पानी का सेवन करने से परहेज कर रहे हैं। ग्रामीणों ने शुद्ध पानी मुहैया कराने की मांग की है। ताकि संक्रामक बीमारियों के चपेट में न आने पाएं।

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