मनुष्य में ही विद्यमान है सारी शक्ति
मुगलसराय (चंदौली) : मानव जाति की सहायता व मार्गदर्शन के लिए स्वयं ईश्वर ने उनके रूप में अवतरण लिया थ
मुगलसराय (चंदौली) : मानव जाति की सहायता व मार्गदर्शन के लिए स्वयं ईश्वर ने उनके रूप में अवतरण लिया था। सद्गुरु द्वारा बताए गए रास्ते पर चलकर मनुष्य पृथ्वी पर ही आनंदमय जीवन व्यतीत कर सकता है। मनुष्य में ही सारी शक्तियां विद्यमान हैं, जिनसे वह अपने दुखों व कष्टों को हर्षोल्लास में परिवर्तित कर सकता है।
उक्त उद्गार मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से रविवार की सुबह सुभाष पार्क में आयोजित सत्संग में मानव धर्म के प्रणेता सद्गुरुदेव श्री सतपाल जी महाराज के शिष्य महात्मा सहयोगानंद ने दी। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में मनुष्य अपने संस्कारों को भूलता जा रहा है जिस कारण वह कठिनाइयों से घिरा महसूस करता है। मनुष्य के अंदर अपनी कमजोरियों को पहचान कर भी उन्हें नजरअंदाज करने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। मनुष्य मनुष्यों से तो छद्मवेष धारण कर बच सकता है पर ईश्वर के समीप वह अपनी कमियों को नहीं छिपा सकता। लोग इन दिनों ईश्वर के नाम का उपयोग अपनी तुच्छ स्वार्थ पूर्ति के लिए करते हैं। ऐसा कर वे ईश्वर का अनादर करते हैं और उनसे दूर हो जाते हैं। ऐसे मनुष्यों पर न तो ईश्वर की कृपा होती और न ही उनका आशीर्वाद मिलता है। इस अवसर पर एसपी यादव, नरायन प्रसाद, संतोष, कन्हैया, सुरवंराज, यशोदा देवी, इंद्रावती देवी, मानकी देवी, श्याम देव पटेल, राकेश, सीमा, वीरचंद्र आदि उपस्थित थे।