कच्ची शराब के कारोबार पर नहीं लगा अंकुश

By Edited By: Publish:Wed, 23 Jul 2014 11:17 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jul 2014 11:17 PM (IST)
कच्ची शराब के कारोबार पर नहीं लगा अंकुश

चकिया (चंदौली) : ईट भट्ठों पर तैयार होने वाली कच्ची शराब पर अंकुश तमाम कवायदों के बाद भी नहीं लग पाई। क्षेत्र के दर्जनों ईट भट्ठों पर कच्ची शराब बनाने व अवैध ढंग से बिक्री करने का कारोबार आराम से फल फूल रहा है।

आबकारी विभाग ने पिछले दिनों बकायदा टीम गठित कर कुछ ईट भठ्ठों पर गहन छापेमारी की कार्रवाई पूरी की। अहम यह है कि कच्ची शराब बनाने के कारोबार में महिलाए व पुरूष साथ-साथ शामिल रहते हैं। वहीं आबकारी की टीम को पूरे छापेमारी अभियान के दौरान एक भी पुरूष सदस्य नहीं मिले। कारोबार में लिप्त सिर्फ महिलाए ही मिली जिन्हें निजी मुचलके पर मौके पर ही छोड़ दिया गया। इससे कारोबारियों का मनोबल थमने के बजाय बढ़ता ही गया।

विभागीय सूत्रों का कहना है कि आबकारी टीम द्वारा छापेमारी के दौरान महिलाओं की गिरफ्तारी कोरमपूर्ति करने के पीछे सांप भी मर जाए और लाठी भी नहीं टूटे की कहावत चरितार्थ करते हुए लेनदेन का मामला हावी रहा। टीम ने अभियान की आड़ में जमकर वसूली की गई। खैर जो भी हो गांधी नगर, बरहुआ, मुजफ्फरपुर, हेतिमपुर आदि कोई ऐसा ईट भट्ठा नहीं है जहां यह अवैध कारोबार विभागीय मिली भगत से फल-फूल नहीं रहा हो। आबकारी निरीक्षक अशोक कुमार राणा मानते हैं कि ईट भट्ठों पर कच्ची शराब का कारोबार पूरी ठप नहीं हो पाया है। जहां तक लेनदेन का मामला है वह निराधार है।

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