सड़कों पर दुकानदारों ने किया अतिक्रमण, लोग परेशान

कस्बा अहमदगढ़ में मुख्य सड़क के दोनों तरफ दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। इससे आए दिन लगने वाले जाम से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार शिकायत के बावजूद भी इसे हटवाया नहीं जा सका है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 11:22 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 11:22 AM (IST)
सड़कों पर दुकानदारों ने किया अतिक्रमण, लोग परेशान
सड़कों पर दुकानदारों ने किया अतिक्रमण, लोग परेशान

जेएनएन, बुलंदशहर। कस्बा अहमदगढ़ में मुख्य सड़क के दोनों तरफ दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। इससे आए दिन लगने वाले जाम से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार शिकायत के बावजूद भी इसे हटवाया नहीं जा सका है।

शिकारपुर तहसील क्षेत्र के कस्बा अहमदगढ़ में दुकानदारों द्वारा किए जा रहे अतिक्रमण से लोग परेशान हैं । लोगों ने अधिकारियों से शिकायत कर अहमदगढ़ के अतिक्रमण को हटवाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि कस्बा अहमदगढ़ में क्षेत्र के गांव नौरंगाबाद, फतेहगढ़, जीराजपुर, दलेलगढ़ी, सैदगढ़ी, सालवानपुर, डोमला, ढकनंगला, पापड़ी, मोरजपुर, दारापुर आदि गांवो के लोगों का आवागमन दिन भर रहता है। साथ ही दिल्ली-बदायू मार्ग और पहासू मार्ग के लिए गन्ने के ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राला और मिनी बसें चलती हैं। इसी कारण अहमदगढ़-पहासू मोड़ पर लोगों की भीड़ लगी रहती है। जिससे दिन भर क्षेत्र में जाम की भयावहता रहती है। पिछले वर्ष से कस्बे में अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान नहीं चलाया गया है। जिससे बुलंद हौसलों के साथ अस्थाई दुकानदारों ने मुख्य मार्ग और पहासू मार्ग पर अतिक्रमण कर रखा है। वहीं दूसरी ओर शाम होते ही मुख्य मार्ग पर सब्जी, चाट, पकौड़ी, मूंगफली, फल के ठेले लगने शुरू हो जाते हैं। ग्रामीणों ने अहमदगढ़ के अतिक्रमण को हटवाने की मांग तहसील प्रशासन से की है।

भदौरा के रास्तों पर गंदगी और जलभराव

गांव भदौरा में सफाई और पानी की निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण मुख्य मार्गों पर गंदगी और जलभराव है। जिसके कारण ग्रामीणों को गंदगी के बीच नरक की जिदगी जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीण अधिकारियों से कई बार गंदगी और जलभराव से निजात दिलाने की गुहार लगा चुके है।

विकास क्षेत्र के गांव भदौरा में विकास के दावे हवाई साबित हो रहे है। गांव के मुख्य मार्ग गंदगी और जलभराव से अटे पडे़ है। घरों के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण मार्ग पर पानी भरा रहता है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में सफाई करने के लिए तैनात किया गया सफाईकर्मी के दर्शन भी कभी कभी होते है। बारिस के समय गांव के मुख्य मार्गों पर जलभराव होने के कारण ग्रामीणों का आवागमन भी बाधित हो जाता है। गांव की नालियां सफाई न होने के कारण टूट कर ध्वस्त हो चुकी हैं। ग्रामीण पिछले एक साल से गांव में नाली और जलभराव से निजात दिलाने के लिए अधिकारियों से शिकायत करते चले आ रहे है। गंदगी के कारण गांव में बीमारी फैलने की आशंका को लेकर लोग भयभीत है।

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