जयंत पर लाठीचार्ज के विरोध में सड़कों पर उतरे रालोद कार्यकर्ता

हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे जयंत चौधरी पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में सोमवार को रालोद कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। कार्यकर्ताओं ने जिलेभर में विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Oct 2020 11:09 PM (IST) Updated:Tue, 06 Oct 2020 05:08 AM (IST)
जयंत पर लाठीचार्ज के विरोध में सड़कों पर उतरे रालोद कार्यकर्ता
जयंत पर लाठीचार्ज के विरोध में सड़कों पर उतरे रालोद कार्यकर्ता

बुलंदशहर, जेएनएन। हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे जयंत चौधरी पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में सोमवार को रालोद कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। कार्यकर्ताओं ने जिलेभर में विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। साथ ही युवा रालोद ने कालाआम चौराहा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका। हालांकि पुलिस अधिकारी सीएम का पुतला फुंकने से इंकार कर रहे हैं। कार्यकर्ता लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर 307 का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।

रालोद कार्यकर्ताओं ने शहर समेत खुर्जा-सिकंदराबाद, गुलावठी, लखावटी, अगौता, शिकारपुर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कालाआम चौराहे पर पहुंचे। जहां नावेश राजौरा ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। हालांकि पुलिस ने मुख्यमंत्री का पुतला होने से इन्कार किया। इस दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा पुतला छीनने को लेकर नोंकझोंक भी हुई। जिलाध्यक्ष आसिफ गाजी ने कहा कि जिस तरह पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज की है। उससे सरकार की तानाशाही साफ नजर आ रही है। सरकार की कार्यप्रणाली के कारण ही अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार को भंग कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। उधर, युवा राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने लाठीचार्ज पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष नावेश राजौरा ने कहा कि जयंत चौधरी का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान उपेंद्र चौधरी, पारस मलिक, हनी चौधरी, सुशील गुर्जर, अतुल बाल्मीकि आदि रहे। नगर कोतवाल अखिलेश त्रिपाठी का कहना है कि मुख्यमंत्री का पुतला नहीं फूंका गया है।

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