नगर पालिका बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच 3.37 करोड़ के प्रस्ताव पास

नगरपालिका बोर्ड की हंगामेदार बैठक फिर से दो सभासदों के गुटों में बंटी नजर आयी। कोरम के तहत उपस्थित सभासदों ने बैठक में 3.37 करोड़ के नगर के पथ व पेयजल संबंधी प्रस्ताव के 34 पर मोहर लगाई। जबकि सात सभासदों ने आपत्ति जताते हुए सदन से वॉक आउट किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Nov 2019 11:31 PM (IST) Updated:Tue, 12 Nov 2019 06:22 AM (IST)
नगर पालिका बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच 3.37 करोड़ के प्रस्ताव पास
नगर पालिका बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच 3.37 करोड़ के प्रस्ताव पास

बुलंदशहर, जेएनएन। नगरपालिका बोर्ड की हंगामेदार बैठक फिर से दो सभासदों के गुटों में बंटी नजर आयी। कोरम के तहत उपस्थित सभासदों ने बैठक में 3.37 करोड़ के नगर के पथ व पेयजल संबंधी प्रस्ताव के 34 पर मोहर लगाई। जबकि सात सभासदों ने आपत्ति जताते हुए सदन से वॉक आउट किया।

सोमवार को नगरपालिका पालिका बोर्ड की बैठक चेयरपर्सन बब्बो परवीन की अध्यक्षता में सुबह दस बजे शुरू हुई। मौसम के तहत कुछ सभासद लेट पहुंचे और उन्होंने बैठक का समय बढ़ाने की मांग की। इसी बात को लेकर हंगामा शुरू हो गया। जिस पर आपत्ति जताते हुए सात सभासदों ने सदन ने वॉक आउट कर दिया। मौजूद 18 सभासदों ने सदन में पेश हुए 33 प्रस्तावों रखे गए।जिसमें नगर की सफाई व्यवस्था में वाहनों पर लगे चालकों को प्रतिमाह मानदेय, आफिस में तैनात संविदा कर्मियों के मानेदय, नगर में क्षतिग्रस्त नाली पुलियों के निर्माण के साथ पेयजल सुधार के लिए हैंडपंपों की रिपेयरिग, नए हैंडपंप, विभिन्न मोहल्ले में पेयजल आपूर्ति के नए ट्यूबवेलों बनाने, नगर में विभिन्न इलाकों में पथ प्रकाश व्यवस्था हेतु लगी सोडियम के स्थानों पर एलईडी लाइट लगवाने के प्रस्ताव शामिल रहे। मात्र पन्द्रह मिनट चली बैठक में उपस्थित रहे सभासदों ने उन्हें पास कर दिया। संचालन कर रहे ईओ संजीवनराम यादव ने बताया कि बोर्ड बैठक में नगर की पथ प्रकाश व्यवस्था व पेयजल के लिए रखे गए 3.37 करोड़ के प्रस्तावों मंजूरी मिली है। मौके पर विभिन्न वार्ड के सभासदों के मौजूद रहे।

प्रस्तावों पर वॉकआउट करने वाले सभासदों ने लगाए आरोप

बोर्ड की बैठक से वॉक आउट करने वाले सभासद ऊषा शर्मा, किशन सैनी, विनय सैनी, रितू सोलंकी, पूजा अग्रवाल, आनंद कुमार, शेखर सैनी ने गंभीर आरोप लगाए। सोमवार को रखे गए 33 प्रस्तावों में से 20 पर आपत्ति जताई। मामले की शिकायत डीएम से कर जांच की मांग करने की बात कही।

इन्होंने कहा..

बोर्ड बैठक का एजेंडा सभी सभासदों को भेजा गया था। सहमति के बाद ही बैठक निर्धारित समय पर आहुत की गई। जो भी आरोप है, वे केवल द्वेष भावना के तहत है। कोरम के तहत सभासदों ने प्रस्ताव को नगर के विकास हित में मंजूरी दी है।

- बब्बो परवीन, चेयरपर्सन, नगरपालिका, सिकंदराबाद

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