कुपोषण को मात देगी पोषण वाटिका

जनपद के आंगनबाड़ी केंद्र और परिषदीय विद्यालयों के परिसर में पोषण वाटिका बनाई गई है। इससे कुपोषण को मात दी जाएगी। स्कूल या केंद्रों पर बनने वाले भोजन में ताजी सब्जियों की मात्रा अधिक कर बच्चों को परोसा जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Oct 2020 11:12 PM (IST) Updated:Thu, 08 Oct 2020 11:12 PM (IST)
कुपोषण को मात देगी पोषण वाटिका
कुपोषण को मात देगी पोषण वाटिका

बुलंदशहर, जेएनएन। जनपद के आंगनबाड़ी केंद्र और परिषदीय विद्यालयों के परिसर में पोषण वाटिका बनाई गई है। इससे कुपोषण को मात दी जाएगी। स्कूल या केंद्रों पर बनने वाले भोजन में ताजी सब्जियों की मात्रा अधिक कर बच्चों को परोसा जाएगा।

राष्ट्रीय पोषण माह अभियान के तहत विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्र जहां बाउंड्रीवाल है, वहां पर 239 पोषण वाटिका स्थापित की गई हैं। 40 विद्यालय परिसर में पोषण वाटिका तैयार की जा रही हैं। इनमें मूली, पालक, शलजम, बैगन, गाजर, धनिया, लौकी, तोरई, टमाटर और अन्य हरि सब्जियां उगाई जा रही हैं। पोषण वाटिका एक नवीन प्रयोग है, जिसे प्राथमिक विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य के लिए लगवाया जा रहा है। इन्हें बनाने में चार विभागों की सहभागिता रही है। शिक्षा विभाग ने जमीन दी है, ग्राम विकास ने केंद्रों केंद्रों व स्कूलों में वाटिका लगाए जाने में जो पारिश्रमिक हुई इनका भुगतान मनरेगा से किया जाएगा। जबकि उद्यान विभाग ने पौधे व बीज की व्यवस्था की है। इसके साथ ही पौधे लगाए जाने का सहयोग राष्ट्रीय आजीविका मिशन की गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाएं करेंगी। वाटिका में उगाई जाने वाली सब्जी व फल संबंधित विद्यालय व आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों के भोजन में उपयोग किया जाएगा।

इन्होंने कहा..

जनपद में आंगनबाड़ी केंद्रों की अपनी जमीन नहीं है, इसीलिए प्राथमिक स्कूलों में पोषण वाटिका बनाई गई हैं। मिड-डे-मिल में सब्जियों को पकाकर बच्चों को परोसा जाएगा।

-हरिओम वाजपेयी, डीपीओ।

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