टूटी दीवारों में कैसे सुरक्षित रहेगी एवीएम-वीवीपैट मशीन

जिला प्रशासन ने परिसर की दुकानों को एवीएम-वीवीपैट रखने के लिए चयनित किए हैं। हालांकि परिसर की टूटी चाहरदीवारी प्रकाश की अव्यवस्था मशीनों की सुरक्षा पर सवाल उठा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Mar 2019 10:57 PM (IST) Updated:Mon, 25 Mar 2019 10:57 PM (IST)
टूटी दीवारों में कैसे सुरक्षित रहेगी एवीएम-वीवीपैट मशीन
टूटी दीवारों में कैसे सुरक्षित रहेगी एवीएम-वीवीपैट मशीन

बुलंदशहर: अनूपशहर रोड स्थित मंडी परिसर से चुनाव टीम रवाना होंगी। जिला प्रशासन ने परिसर की दुकानों को एवीएम-वीवीपैट रखने के लिए चयनित किए हैं। परिसर की टूटी चाहरदीवारी, प्रकाश की अव्यवस्था मशीनों की सुरक्षा पर सवाल उठा रही है। हालांकि निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने इन खामियों को दूर करने के आदेश दिए थे लेकिन अभी तक इन पर अभी तक अमल नहीं हो पाया है।

मंडी परिसर की 22 वर्ष पुरानी बनी दुकानों को जिला प्रशासन ने स्ट्रांग रूम के रूप में चयनित किया है। इन दुकानों का फर्श टूटा था जिन्हें मंडी के निर्माण विभाग ने दुरुस्त करा दिया है। जबकि मंडी परिषद के मुख्य द्वार पर बने किसान भवन व खाली पड़ी कॉपरेटिव बैंक बिल्डिग का उद्धारीकरण नहीं हुआ है। सब्जी मंडी परिसर की चाहरदीवारी टूटी है, इसमें स्थानीय लोगों का आवागमन आम बात है। इस टूटी दीवार से दोपहिया वाहनों को निकालकर लोग मंडी पहुंचते हैं। इसी परिसर में रखी एवीएम-वीवीपैट मशीन कितनी सुरक्षित हैं इसका अंदाजा तस्वीरों से साफ लगाया जा सकता है। इतना ही नहीं चाहरदीवारी छोटी है और कंटीले तारों की बैरिकेडिंग भी नहीं है।

मंडी परिसर में दो स्थानों पर आठ-आठ स्ट्रीट लाइट लगी हैं। इन लाइटों में से एक भी नहीं जलती, रात्रि में प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं है। जबकि एवीएम-वीवीपैट मशीन गल्ला मंडी में रखी जाएंगी। परिसर में चार हैंडपंप हैं लेकिन मात्र दो ही चालू हैं। यहां कुछ शौचालयों की स्थिति भी दयनीय है। ऐसे हालात में मतदान कर्मियों को परेशानियों को सामना करना पड़ेगा।

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