जली वैन को बेच डाला, पुलिस ने की बरामद

By Edited By: Publish:Fri, 22 Aug 2014 11:02 PM (IST) Updated:Fri, 22 Aug 2014 11:02 PM (IST)
जली वैन को बेच डाला, पुलिस ने की बरामद

सिकंदराबाद, (बुलंदशहर) : सिकंदराबाद के डिवाइन स्कूल ने नोटिस के जवाब में स्पष्ट किया है कि स्कूल ने वैन को छह महीने पहले बेच दिया था। उधर हादसे के बाद गायब वैन के पुर्जों को पुलिस ने बुलंदशहर से बरामद कर लिया है। वैन को गायब कर बुलंदशहर में बेच दिया गया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद अब वैन मालिक और ललित शर्मा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

डिवाइन स्कूल की प्रधानाचार्य पूनम शर्मा ने एबीएसए को दिए स्पष्टीकरण में कहा है कि 20 मार्च को एकाउंटेंट ललित शर्मा ने वैन खेरली निवासी जितेन्द्र को बेच दी थी और 20 मार्च से वैन का स्कूल से कोई संबंध नहीं है। इस स्पष्टीकरण से डिवाइन स्कूल फंसता दिख रहा है, क्योंकि 15 दिन पूर्व चेकिंग के दौरान खुद एसडीएम अतुल कुमार यादव और सीओ ने यह वैन स्कूल में देखी थी। एबीएसए ने इसकी जानकारी, एसडीएम सहित जिले के समस्त अधिकारियों को दे दी है।

सिकंदराबाद पुलिस ने जली वैन के कुछ पुर्जों को बुलंदशहर से बरामद कर लिया है। एबीएसए समय सिंह नागर का कहना है कि 15 दिन पहले वैन स्कूल में थी, जिसका फोटो तहरीर के साथ संलग्न है। ऐसे में स्पष्टीकरण के साथ संलग्न किए गए सेल लेटर की प्रमाणिकता संदिग्ध दिखाई दे रही है।

स्पष्टीकरण और बयान में विरोधाभास : डिवाइन स्कूल की पूनम शर्मा ने बताया कि उन्होंने 9 अगस्त को गाड़ी स्कूल से हटा दी थी। जबकि एबीएसए को दिए स्पष्टीकरण में उन्होंने छह महीने पहले वैन का स्कूल से किसी तरह का संबंध होने से इंकार किया है।

पुलिस ने खंगाले गाडि़यों के रिकार्ड

एफआईआर दर्ज होने के बाद शुक्रवार को सिकंदराबाद पुलिस की एक टीम डिवाइन स्कूल पहुंची और गाड़ियों के रिकार्ड की जांच की। पुलिस ने डिवाइन के कर्मचारियों और एकाउंटेंट ललित शर्मा से भी पूछताछ की।

अभिभावकों से पूछताछ के बाद तय होगी जांच की दिशा : सीओ चन्द्रधड़ गौड़ का कहना है कि डिवाइन स्कूल के बयानों में विरोधाभास है। घटना वाले दिन वैन सिरोधन रोड स्थित कई गांवों में बच्चों को जानकारी लेने आई थी। अभिभावकों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे। जिसके बाद सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।

इन्होंने कहा.

डिवाइन के स्पष्टीकरण से मैं संतुष्ट नहीं हूं। सीबीएससी बोर्ड के अधिकारियों को भी पत्र लिखा जा रहा है।

समय सिंह नागर, एबीएसए, सिकंदराबाद।

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