लौटे मुसाफिर, जनता व पंजाब मेल का परिचालन रद

वाराणसी-लखनऊ रेलखंड के उतरेटिया-श्रीराजनगर स्टेशनों के बीच 16 अप्रैल से प्रारंभ होने वाले नान इंटरलाकिग कार्य के मद्देनजर उक्त रेलखंड की ट्रेन परिचालन व्यवस्था प्रभावित हो गई है। सोमवार को वाराणसी से देहरादून को जाने वाली जनता एक्सप्रेस तथा हावड़ा से अमृतसर को जाने पंजाब का परिचालन रद कर दिया गया। परिणामस्वरूप उक्त ट्रेन से यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचे सैकड़ों यात्रियों को बैरंग वापस होना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Apr 2019 09:15 PM (IST) Updated:Mon, 15 Apr 2019 09:15 PM (IST)
लौटे मुसाफिर, जनता व पंजाब मेल का परिचालन रद
लौटे मुसाफिर, जनता व पंजाब मेल का परिचालन रद

जासं, भदोही : वाराणसी-लखनऊ रेलखंड के उतरेटिया-श्रीराजनगर स्टेशनों के बीच 16 अप्रैल से प्रारंभ होने वाले नान इंटरलाकिग कार्य के मद्देनजर उक्त रेलखंड की ट्रेन परिचालन व्यवस्था प्रभावित हो गई है। सोमवार को वाराणसी से देहरादून को जाने वाली जनता एक्सप्रेस तथा हावड़ा से अमृतसर को जाने पंजाब का परिचालन रद कर दिया गया। परिणामस्वरूप उक्त ट्रेन से यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचे सैकड़ों यात्रियों को वापस होना पड़ा।

उतरेटिया-श्रीराजनगर स्टेशन के मध्य नान इंटरलाकिग, डबलिग तथा अन्य इलेक्ट्रानिक कार्यों के मद्देनजर रेल खंड की आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों का रद कर दिया गया जबकि कुछ ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाने की योजना बनाई गई है। रेलखंड की दो महत्वपूर्ण ट्रेनें अप जनता एक्सप्रेस तथा अप पंजाब मेल को सोमवार से ही रद कर दिया गया। परिणामस्वरूप जानकारी के अभाव में स्टेशन पहुंचे सैकड़ों यात्रियों को बैंरग वापस होना पड़ा।

यात्रियों के लिए परेशानी की बात तो यह रही कि उक्त रेलखंड पर चलने वाली कोई दूसरी ट्रेन भी नहीं थी। यही कारण है कि प्रतापगढ़, लखनऊ, हरिद्वार सहित अन्य स्थानों की यात्रा को पहुंचे यात्रियों को निराशा का सामना करना पड़ा।

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कामायनी व सारनाथ की वापसी 15 दिन टली

गत डेढ़ माह से परिवर्तित मार्ग से चल रहा वाराणसी-लोकमान्य तिलक टर्मिनल के बीच चलने वाली कामायनी एक्सप्रेस तथा छपरा से दुर्ग के बीच चलने वाली सारनाथ एक्सप्रेस की वापसी 15 दिन टाल दी गई है। उक्त दोनों गाड़ियां मडुआडिह-इलाहाबाद वाया ज्ञानपुर रोड होकर चलाई जा रही हैं। पिछले दिनों विभागीय अधिकारियों ने दोनों ट्रेनों को 16 अप्रैल से पुराने रेलखंड पर वापसी का भरोसा दिलाया था लेकिन इस संबंध में सोमवार की देर शाम तक विभाग से कोई आदेश नहीं आया। स्टेशन अधीक्षक कोमल सिंह का कहना है कि संभवत: दोनों ट्रेनों को 15 दिन तक और उसी रेलमार्ग से चलाया जाएगा।

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नागरिकों ने दी आंदोलन की चेतावनी

कामायनी व सारनाथ एक्सप्रेस के रेलखंड पर वापसी की मांग को लेकर नागरिकों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को स्टेशन अधीक्षक से मिला। इस दौरान चेतावनी दी गई कि 16 अप्रैल से दोनों ट्रेनों की रेलखंड पर वापसी नहीं हुई तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे। सभासद दानिश सिद्दीकी, मनोज गुप्ता ने इसे क्षेत्रीय नागरिकों के साथ अन्याय बताते हुए कहा कि दोनों ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाने के कारण हजारों लोगों की यात्रा प्रभावित हो रही है।

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