बचाया जल तो सम्मान की हकदार होंगी ग्राम पंचायतें
पूरे देश के लिए बड़ी समस्या बनती दिख रही शुद्ध पेयजल को सुरक्षित व संरक्षित करने को लेकर खुद प्रधानमंत्री ने गंभीर पहल की हैं। जल संरक्षण में जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने ग्राम पंचायतों के सरपंच व प्रधानों को पत्र भी भेजा है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : पूरे देश के लिए बड़ी समस्या बनती दिख रही शुद्ध पेयजल को सुरक्षित व संरक्षित करने को लेकर खुद प्रधानमंत्री ने गंभीर पहल की हैं। जल संरक्षण में जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने ग्राम पंचायतों के सरपंच व प्रधानों को पत्र भी भेजा है। उनसे ऐसे कार्य करने में सहयोग मांगा है जिससे जीवन रूपी जल को बचाया जा सके। जल संरक्षण को लेकर निर्धारित बिदुओं पर यदि ग्राम पंचायतों ने बेहतर कार्य किया तो वह जल मंत्रालय से सम्मान की भी हकदार होंगी। सभी खंड विकास अधिकारियों को अच्छा प्रदर्शन करने वाली तीन ग्राम पंचायतों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
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क्या की जानी हैं गतिविधि
- सभी ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री के पत्र को पढ़कर सुनाने व श्रमदान के लिए लोगों को प्रेरित करना है।
- वर्षा जल एकत्र हो सके तालाबों का निर्माण व सफाई कराई जाय।
- सघन पौधरोपण अभियान चलाया जाय।
- परिवार स्तर पर वर्षा जल संचयन को स्टोरेज टैंक का निर्माण कराना।
- रैलियों, नुक्कड़ नाटक के जरिए गांव व स्कूलों में जल संरक्षण के फायदे का प्रचार-प्रसार करना।
- पानी के संचय व प्रबंध के लिए सार्वजनिक स्थलों पर वाल पेंटिग का काम। 30 जून तक देनी है सूची
- जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने जल संरक्षण के लिए निर्धारित बिदुओं पर बेहतर कार्य करने वाली तीन ग्राम पंचायतों की सूची व उनके कार्यों की उच्च गुणवत्ता की तस्वीर 30 जून तक डीपीआरओ कार्यालय में उपलब्ध कराने का निर्देश सभी खंड विकास अधिकारियों को दिया है। इसे जल मंत्रालय को भेजा जाएगा।
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