बजट के अभाव में लटकी हैं करोड़ों की परियोजनाएं

जासं भदोही कारपेट सिटी को आवश्यक सुविधाओं से लैस करने के लिए शुरू की गई तमाम योजनाए

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 07:29 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 07:29 PM (IST)
बजट के अभाव में लटकी हैं करोड़ों की परियोजनाएं
बजट के अभाव में लटकी हैं करोड़ों की परियोजनाएं

जासं, भदोही : कारपेट सिटी को आवश्यक सुविधाओं से लैस करने के लिए शुरू की गई तमाम योजनाएं फाइलों में दम तोड़ रही हैं। मुख्यमंत्री के भदोही आगमन के दौरान अधिकारियों ने तेजी दिखाई थी लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के बाद उत्साह पर पानी फिर चुका है। नाला कवर्ड व पार्किंग स्थापना के लिए बजट का इंतजार किया जा रहा है तो अत्याधुनिक ईटीपी प्लांट स्थापना की फाइल तीन माह से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दफ्तर में धूल फांक रही है।

होटल स्थापना पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। बीडा के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। शासन स्तर पर आवश्यक पैरवी न होने के कारण समस्त परियोजनाएं ठप हो चुकी है। तत्कालीन बोर्ड का कार्यकाल समाप्त होने के बाद कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) चुनाव कराने में जुट गई है जबकि आला अधिकारी परियोजनाओं की खोज खबर भी नहीं ले रहे हैं।

-------------------------15 करोड में होनी है ईटीपी प्लांट की स्थापना

कारपेट सिटी को सुविधाओं से लैस करने के क्रम में शासन ने 15 करोड की लागत से अत्याधुनिक ईटीपी प्लांट लगाने की मंजूरी प्रदान की है। इसमें 75 फीसद धन सरकार देगी जबकि शेष 25 फीसद उन उद्यमियों से लिया जाएगा जो इसका उपयोग करेंगे। इसके लिए बीडा ने स्टीमेट बनाकर तीन माह पहले उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजा था जो अब तक वापस नहीं आई है।

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1.34 करोड़ में नाला कवर्ड व पार्किंग निर्माण

मेगा मार्ट के ठीक सामने बह रहे नाले को कवर्ड कर उसके ऊपर पार्किंग निर्माण की योजना एक साल पहले बनी थी। बीडा ने शासन को प्रस्ताव भी भेजा था जिसे दिसंबर में सीएम के भदोही आगमन से एक सप्ताह पहले मंजूरी मिली थी। टेक्निकल सेंशन (टीएस) के बाद स्टीमेट शासन को भेजा जा चुका है। इसके लिए धन का इंतजार हो रहा है।

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कोरोना की दूसरी लहर ने तमाम परियोजनाओं की प्रगति पर ब्रेक लगा दिया था। अब हालात सामान्य हो रहे हैं। नाला कवर्ड के लिए धन मिलते ही काम शुरू कराया जाएगा। ईटीपी प्लांट की फाइल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में है। पिछले दिनों रिमाइंडर भेजा गया था।

ओपी सिंह, एक्सइएन भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा)

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