लॉकडाउन-4 में राहत कम, मुश्किलें ज्यादा, बढ़ा संक्रमण

लॉकडाउन-4 में ढील मिलने पर राहत संग मुश्किलें बढ़ी हैं। संक्रमण का दायरा बढ़कर 40 के करीब पहुंच गया है जबकि 25 स्थानों को अब तक हॉटस्पाट घोषित किया जा चुका है। हकीकत यह रहा कि बैंक परिसर हो अथवा सार्वजनिक स्थल हर ओर उमड़ी भीड़ ने लॉकडाउन को तार-तार कर दिया। इसके साथ ही अन्य प्रांतों से आए लोगों के लिए भी शासन स्तर से रोजगार के साथ ही साथ खाद्य किट की व्यवस्था किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 05:12 PM (IST) Updated:Sat, 30 May 2020 05:12 PM (IST)
लॉकडाउन-4 में राहत कम, मुश्किलें ज्यादा, बढ़ा संक्रमण
लॉकडाउन-4 में राहत कम, मुश्किलें ज्यादा, बढ़ा संक्रमण

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : लॉकडाउन-4 में ढील मिलने पर राहत कम मिलेगी लेकिन मुश्किलें ज्यादा बढ़ने की संभावना है। संक्रमण का दायरा बढ़कर 40 के करीब पहुंच गया है जबकि 25 स्थानों को हॉटस्पाट घोषित किया जा चुका है। बैंक परिसर हो अथवा सार्वजनिक स्थल, हर ओर उमड़ी भीड़ ने लॉकडाउन को तार-तार कर दिया। अन्य प्रांतों से आए लोगों के लिए भी शासन स्तर से रोजगार के साथ खाद्य किट की व्यवस्था किया जा रहा है।

महामारी को देखते हुए 24 मार्च की रात को पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया था। धीरे-धीरे चार चरणों में बढ़ाया गया। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इसे 31 मई कर दिया था। एक बार फिर से लॉकडाउन बढ़ने की उम्मीद है। तीन चरणों में तो कड़ाई से पालन कराया गया लेकिन चौथे चरण में ढील मिलने से बाजारों में भीड़ उमड़ गई। बैंकों और दुकानों पर शारीरिक दूरी का अनुपालन नहीं कराया जा सका। तीन चरणों तक जिले में संक्रमण की स्थिति नगण्य थी। प्रवासियों के आने से जिले में संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। अब तक 40 पहुंच गया है। इसमें से सात स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं।

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प्रवासियों को मिलेगा खाद्य किट और अस्थायी राशन कार्ड

प्रवासियों को खाद्य किट के साथ ही साथ एक हजार रुपये भी दिया जाएगा। खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा अस्थायी राशन कार्ड भी बनाया जाएगा। डीएम राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि प्रवासियों का सर्वे कराया जा रहा है। जिन्हें क्वारंटीन केंद्रों पर खाद्य किट दिया जा चुका है उन्हें छोड़कर अन्य सभी प्रवासियों को दिया जाएगा। उसे भी शामिल किया गया है जो अपने वाहन से भी जिले में आए हैं। उनके खाते में एक हजार रुपये भी भेजा जाएगा। खाद्य एवं रसद विभाग से अस्थायी राशन कार्ड बनाया जाएगा। ऐसे लोगों को मुफ्त राशन दिया जाएगा।

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29 हजार लोगों को मिला रोजगार

जिले में 29 हजार लोगों को रोजगार मिला है। महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत जॉबकार्ड भी बनाया जा रहा है। प्रवासियों की सूची तैयार की जा रही है। इसमें हर प्रकार के क्षेत्र में काम करने वालों की अलग-अलग सूची तैयार की जा रही है। उनके डिटेल की फीडिग की जा रही है। सरकार की ओर से उन्हें रोजगार देने की व्यवस्था की जाएगी।

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