तहसील प्रशासन का अलाव, सिर्फ खयाली पुलाव

तहसील प्रशासन कह रहा कि तहसील क्षेत्र के 21 स्थानों पर अलाव जलवाया जा रहा है। तहसीलदार बीडी गुप्ता का दावा है कि भदोही शहर के बाहरी क्षेत्रों में पांच स्थानों पर अलाव की आग दहक रही है। इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि रात आठ बजे जब जागरण की टीम ने अलाव की आंच का जायजा लिया तो पता चला कि एक भी स्थान पर तहसील के माध्यम से न तो लकड़ियां गिराई गई हैं न ही आग लगाई गई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शेष 16 स्थानों की क्या स्थिति होगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 Dec 2019 09:51 PM (IST) Updated:Mon, 23 Dec 2019 11:53 PM (IST)
तहसील प्रशासन का अलाव, सिर्फ खयाली पुलाव
तहसील प्रशासन का अलाव, सिर्फ खयाली पुलाव

जासं, भदोही : तहसील प्रशासन कह रहा कि तहसील क्षेत्र के 21 स्थानों पर अलाव जलवाया जा रहा है। तहसीलदार बीडी गुप्ता का दावा कि शहर के बाहरी क्षेत्रों में पांच स्थानों पर अलाव की आग दहक रही है। रात आठ बजे जब जागरण की टीम ने अलाव की आंच का जायजा लिया तो पता चला कि एक भी स्थान पर तहसील के माध्यम से न तो लकड़ियां गिराई गई हैं और न ही आग लगाई गई। अंदाजा लगाया जा सकता है कि शेष 16 स्थानों की क्या स्थिति होगी। हद तो तब हो जाती है जब चिह्नित स्थलों से ही तहसीलदार अनभिज्ञता जता रहे हैं। जानकारी के लिए बात करने पर टालते हुए अंदाज में लेखपाल से बात करने को कहा। लेखपाल ने बताया कि रजपुरा चौराहा, नेशनल तिराहा, इंदिरा मिल चौराहा, पकरी तिराहा व विवेकानंद चौराहे पर अलाव जलवाया गया है। लेखपाल का दावा महज कागजी साबित हुआ। नेशनल तिराहे पर अलाव कहीं अता पता नहीं था तो रजपुरा चौराहा स्थित पुलिस बूथ के बाहर अलाव जलता मिला, लेकिन पता चला कि पालिका के माध्यम से जलवाया जा रहा है। इसी तरह इंदिरा मिल चौराहा, विवेकानंद चौराहा व पकरी तिराहे पर अलाव के नाम पर चिगारी भी नहीं मिली। नगर पालिका 25 स्थानों पर जलवा रही अलाव

पालिका प्रशासन द्वारा 25 स्थानों पर अलाव जलवाया जा रहा है। सोमवार की देर शाम छह स्थानों का जायजा लिया गया तो दावा सच साबित हुआ। लकड़ियां कम गिराने की शिकायत लोगों ने की। पालिका का दावा है कि हर स्थान पर 50 किलो लकड़ियां गिरवाई जा रही हैं, लेकिन अलाव के पास बैठे अधिकतर लोगों का कहना था कि 25 से 30 किलोग्राम से अधिक लकड़ियां नहीं गिरवाई जा रही हैं। 500 कंबल वितरण करने का दावा

तहसीलदार बीडी गुप्ता ने बताया कि एक हजार कंबल उपलब्ध कराए गए थे जिसमें विभिन्न स्थानों पर 500 कंबल बांटे जा चुके हैं, जबकि इतने ही कंबल उनके पास उपलब्ध है। बताया कि मंगलवार को कुछ वनवासी बस्तियों में जाकर जरूरतमंदों को बांटा जाएगा। बुधवार को तहसीलदार द्वारा स्टेशन पर 30 कंबल का वितरण किया गया था जबकि गत रविवार को सुरियावां के पट्टी बेजाव सहित कुछ गांवों में कंबल का वितरण किया गया था। स्टेशन के रैन बसेरा का हो रहा उपयोग

पालिका द्वारा स्टेशन परिसर में स्थापित रैन बसेरा का यात्रियों द्वारा उपयोग किया जा रहा है, जबकि पालिका कार्यालय परिसर में स्थापित रैन बसेरा शो पीस साबित हो रहा है। शाम होते ही गेट बंद होने जाने के कारण चाहकर भी लोग उक्त रैन बसेरा का उपयोग नहीं कर पाते। सोमवार की रात 8.30 बजे स्टेशन के रैन बसेरे में तीन यात्री मिले। नीभापुर निवासी दिनेश कुमार व हरिश्चंद्र यादव आराम करते मिले। दोनों की ट्रेन छूटने के कारण उन्होंने रैन बसेरे की शरण ली। इसी तरह रामपुर परियत जाने वाले रामकुमार नामक यात्री भी साधन न मिलने के कारण रैन बसेरा में रात गुजारी।

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