स्वयं सहायता समूह के प्रोडक्ट की होगी मार्केटिग

राज्य ग्राम्य विकास संस्थान के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू ने कहा है कि स्वयं सहायता समूह की ओर से तैयार किए गए प्रोडक्ट का आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर उसकी मार्केटिग की जाएगी। समूह के प्रोडक्ट मल्टीनेशनल कंपनियों के सापेक्ष कम लागत केमिकल मुक्त और शुद्धता की गारंटी वाले होते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Sep 2019 11:10 PM (IST) Updated:Thu, 19 Sep 2019 11:10 PM (IST)
स्वयं सहायता समूह के प्रोडक्ट की होगी मार्केटिग
स्वयं सहायता समूह के प्रोडक्ट की होगी मार्केटिग

बस्ती: राज्य ग्राम्य विकास संस्थान के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू ने कहा है कि स्वयं सहायता समूह की ओर से तैयार किए गए प्रोडक्ट का आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर उसकी मार्केटिग की जाएगी। समूह के प्रोडक्ट मल्टीनेशनल कंपनियों के सापेक्ष कम लागत, केमिकल मुक्त और शुद्धता की गारंटी वाले होते हैं।

वह गुरुवार को विकास भवन सभागार में जिला प्रबंधन इकाई की ओर से आयोजित राष्ट्रीय आजीविका मिशन की मंडलीय समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। कहा, संबंधित अधिकारी, कर्मचारी, आजीविका मिशन से जुड़े लोगों को आत्मनिर्भर बनने में मदद करें। जनकल्याण की भावना से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को आगे बढ़ाएं। समूह से जुड़ी महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में मदद करें। महिलाएं सशक्त और समर्थ होंगी तो समाज और देश का विकास होगा। बैठक में समूह गठन की प्रगति के संबंध में बताया गया कि बस्ती में 6208, सिद्धार्थनगर में 3307 व संतकबीरनगर में 1495 समूह का गठन अब तक हो चुका है। स्टार्ट अप फंड की स्थिति के बारे में बताया गया कि बस्ती में 3212, सिद्धार्थनगर में 320 और संतकबीरनगर में 220 समूहों को फंड उपलब्ध कराया गया है। उपायुक्त राष्ट्रीय आजीविका मिशन बस्ती अजीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि समूह से आच्छादित परिवारों की संख्या 68288 है। समूह की महिलाओं को उद्यान विभाग, मनरेगा, कृषि, पशुपालन, शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, स्वस्थ्य, स्वच्छ भारत मिशन, समाज कल्याण विभाग आदि से सहयोग मिल रहा है।

सीडीओ अरविद कुमार पांडेय, पीडी आरपी सिंह सहित राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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