क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को जनांदोलन की तरह चलाएं:स्वास्थ्य मंत्री

बस्ती क्षय रोगउन्मूलन के लिए प्रदेश में मिशन मोड में काम चल रहा है। इसके लिए जरूरी है कि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Aug 2021 12:01 AM (IST) Updated:Fri, 13 Aug 2021 12:01 AM (IST)
क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को जनांदोलन की तरह चलाएं:स्वास्थ्य मंत्री
क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को जनांदोलन की तरह चलाएं:स्वास्थ्य मंत्री

बस्ती : क्षय रोगउन्मूलन के लिए प्रदेश में मिशन मोड में काम चल रहा है। इसके लिए जरूरी है कि यह कार्यक्रम एक जनांदोलन की तरह चलाया जाए। सरकार की क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की प्रतिबद्धता के फलस्वरूप सभी क्षय रोगियों को बेहतर और नियमित उपचार प्रदान किया जा रहा है।

यह बातें प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने गुरुवार को आयोजित वेबिनार कार्यशाला में कही। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश और ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़े हुए मुद्दों, प्रयासों सहित अन्य सेवाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दस्तक अभियान के दौरान आशाओं ने घर-घर जाकर क्षय रोगियों को भी चिह्नित किया गया। जनवरी, मार्च और जुलाई 2021 में चलाए गए विशेष अभियान में 19664 नए मरीज चिह्नित किए गए, जिन्हें समुचित एवं निश्शुल्क उपचार प्रदान किया जा रहा है। पहली अप्रैल 2018 से लागू की गई नि:क्षय पोषण योजना के अंतर्गत प्रदेश में अब तक लाभार्थियों को कुल 228 करोड़ रुपये की धनराशि हस्तांतरित की जा चुकी है।

कार्यशाला में जिला क्षय रोग विभाग बस्ती के अधिकारी, कर्मचारी व मीडिया कर्मी, विश्व स्वास्थ्य संगठन, पाथ, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज एवं सीफार संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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2025 तक क्षय रोग के खात्मे का है लक्ष्य

निदेशक राष्ट्रीय कार्यक्रम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा निदेशालय डा. ज्योति सक्सेना ने कहा हमें आशा ही नहीं पूरा विश्वास है कि वर्ष 2025 तक प्रदेश से क्षय रोग का समूल उन्मूलन होगा। राज्य क्षय नियंत्रण अधिकारी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग डा. संतोष गुप्ता ने कहा कि प्रदेश के 22 जनपदों में निजी सेवा प्रदाताओं के माध्यम से क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रमों से संबंधित गतिविधियां संचालित की जाएंगी। पंजीकृत मरीजों को प्रत्येक माह पोषण प्रोत्साहन राशि के रूप में 500 रुपये उनके खाते में सीधे भेजे जा रहे हैं। शीघ्र ही प्रदेश में, क्षय रोग प्रिवेंटिव थेरेपी की शुरुआत की जाएगी।

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