आलू,प्याज का भाव उछला,बिगड़ा रसोई का बजट

आम आदमी की थाली से दूर हुई सब्जी कारोबारी भी परेशान

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 06:06 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 06:06 AM (IST)
आलू,प्याज का भाव उछला,बिगड़ा रसोई का बजट
आलू,प्याज का भाव उछला,बिगड़ा रसोई का बजट

जागरण संवाददाता, दुबौला, बस्ती : मामूली कमाई वालों को अब चोखा- चटनी का जायका मिलना भी मुश्किल हो गया है। इन दिनों आलू, प्याज के भाव आसमान पर पहुंच गए हैं। मध्यमवर्गीय परिवार के भी रसोई का बजट बिगड़ गया है।

आलू,प्याज की बढ़ी हुई कीमत कमजोर वर्ग के लिए चिता का विषय बन गई है। सीजन के बाद भी नए आलू की कीमत फुटकर बाजार में 60 रुपये और पुराना आलू 40 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। अमूमन आलू की कीमत 20 से 25 रुपये ही प्रति किलोग्राम ही रहती थी। इसी भाव में बिकने वाला प्याज भी अब आम आदमी की पहुंच से दूर हो चला है। यह 75 से 80 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। बढ़े भाव के चलते रेस्टोरेंट और होटल कारोबारियों की भी परेशानी बढ़ गई है। महंगे कीमत पर सामग्री मिलने से समोसे, पकौड़े की लागत बढ़ गई है। ढाबा संचालक सुजीत चौधरी पिकू और रेस्टोरेंट संचालक राजू पांडेय ने बताया कि प्याज और तेल की कीमत बढ़ने से लागत पंद्रह फीसद बढ़ गई है। सितंबर, अक्टूबर में हरी सब्जियों और दाल की कीमतों ने लोगों की जेब ढीली की। अब आलू, प्याज और तेल ने हर वर्ग के लोगों पर माथे पर चिता की लकीरें खींच दी है। सरसों तेल महंगा होने से तड़का लगाने से भी अब परहेज किया जाने लगा है। वर्तमान में सरसों का तेल डेढ़ सौ रुपये प्रति लीटर हो गया है। सब्जियों के दामों में वृद्धि के चलते किचन का बजट बिगड़ गया है। महंगाई के चलते थाली से प्याज गायब होने लगे है। सब्जियों से प्याज की महक भी कम हो गई है।

ममता, गृहणी लोग बाजार में सब्जी खरीदने जाते हैं मगर मंहगाई के चलते झोला भर सब्जी नहीं खरीद पा रहे हैं। सब्जियों में प्याज व टमाटर की मात्रा कम डाली जा रही है।

सुमन, गृहणी

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