कानून से प्रभावित किशोरों का तैयार करें डाटा

पुलिस लाइन के प्रेक्षागृह में गुरुवार को मासिक बाल आपराधिक समीक्षा गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें बाल अपराध से लेकर गुमशुदा बालक बालिकाओं किशोरों किशोरियों और बाल श्रमिकों के संबंध में चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Nov 2019 11:17 PM (IST) Updated:Thu, 07 Nov 2019 11:17 PM (IST)
कानून से प्रभावित किशोरों का तैयार करें डाटा
कानून से प्रभावित किशोरों का तैयार करें डाटा

बस्ती: पुलिस लाइन के प्रेक्षागृह में गुरुवार को मासिक बाल आपराधिक समीक्षा गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें बाल अपराध से लेकर गुमशुदा बालक, बालिकाओं, किशोरों , किशोरियों और बाल श्रमिकों के संबंध में चर्चा की गई।

अपर पुलिस अधीक्षक पंकज ने कहा कि कानून से प्रभावित किशोरों, किशोरियों का डाटा तैयार किया जाए और उनकी समीक्षा की जाए। गुमशुदा बालकों, बालिकाओं, किशोरों और किशोरियों की बरामदगी अविलंब की जाए। जहां कहीं भी बाल श्रमिक काम करते मिले, उसकी सूचना श्रम प्रवर्तन अधिकारी को दी जाए, जिससे उन्हे मुक्त कराया जा सके। बाल संरक्षण अधिकारी बीना सिंह ने गुमशुदा बालक बालिकाओं के मिलने पर की जाने वाली कानूनी प्रक्रिया की जानकारी दी। कानून से प्रभावित बालक, बालिकाओं, किशोरों व किशोरियों के मामले में विवेचक वर्दी में नहीं सिविल ड्रेस में होना चाहिए। जिनका बयान लिया जा रहा है उनका सोशल बैक ग्रांउड भी पता किया जाना चाहिए। इस मौके पर सीओ सिटी गिरीश कुमार सिंह, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिग यूनिट के प्रभारी जितेंद्र, महिला एसआइ मीरा चौहान, निधि यादव, कुंवर नंदिनी के साथ ही संबंधित विभाग के अधिकारी आदि मौजूद रहे।

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