नव संवत्सर 2072 शुरू, चहुंओर स्फूर्ति का संचार

बस्ती : विक्रम संवत 2072 का आगाज हो चुका है। चैत्र मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा यानी शनिवार का सूरज ¨हदू

By Edited By: Publish:Sat, 21 Mar 2015 10:05 PM (IST) Updated:Sat, 21 Mar 2015 10:05 PM (IST)
नव संवत्सर 2072 शुरू, चहुंओर स्फूर्ति का संचार

बस्ती : विक्रम संवत 2072 का आगाज हो चुका है। चैत्र मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा यानी शनिवार का सूरज ¨हदू नववर्ष पर निकला। सृष्टि के प्रथम दिवस के रूप में विख्यात इस पर्व पर मनुष्य से लेकर पेड़-पौधे भी हरियाली से झूमने लगे हैं।

भारतीय नव वर्ष के अवसर पर जिले भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापक डा. केशव बलिराम हेडगेवार के जनम दिवस के रूप में मनाया गया। वहीं संस्कार भारती की ओर से अमहट घाट पर सूर्य अ‌र्ध्य का आयोजन किया गया। ¨हदू युवा वाहिनी की ओर से फलाहार कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके अलावा अन्य कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

-----------------

भारतीय काल गणना का धार्मिक ही नहीं वैज्ञानिक आधार भी : बाल मुकुंद

जागरण संवाददाता, बस्ती : आरएसएस के तत्वाधान में शहर के बीच आकर्षक पथ संचलन का आयोजन किया गया। जो राम बाग से निकलकर गांधी नगर, रोडवेज होते हुए उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी में संपन्न हुआ। मार्ग में कई स्थानों पर जन समूह ने पुष्प वर्षा करते हुए स्वयं सेवकों का स्वागत किया।

इससे पहले सरस्वती विद्या मंदिर के सभागार में स्वयं सेवकों द्वारा पूर्ण गणवेश में आद्य सर-संघचालक प्रणाम किया। इस अवसर पर व्यायाम योग का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय इतिहास संकलन समिति के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डा. बाल मुकुंद पांडेय रहे। उन्होंने कहा कि भारतीय काल गणना का सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक आधार भी है। जबकि अंग्रेजी कैलेंडर का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। मुख्य अतिथि ने कहा कि भारतीय संस्कृति में काल गणना का आधार चंद्रमा अथवा सूर्य को नहीं बनाया गया बल्कि चंद्र सूर्य का उदय भी काल गणना के अनुसार ही होता है।

इस दौरान मुख्य रूप से विभाग प्रचारक राम मनोहर, विभाग संचालक नरेंद्र भाटिया, शंखधर द्विवेदी, सुधीर अग्रवाल, पवन तुलस्यान, प्रेरक अनिरूद्ध मिश्रा, कुंवर नागेंद्र प्रताप सिंह, अरविंद सिंह चौहान, डा. राजेश सिंह, विनोद पांडेय, विरेंद्र शक्ल, अरविंद तिवारी, अशोक गुप्ता, डा. नागर दास मिश्र, नितेश शर्मा रवि, ¨रकू दूबे, अभय त्रिपाठी, भवानी शुक्ल, विजय पाठक समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

------------------

यज्ञ के द्वारा प्राणि-मात्र के कल्याण की कामना

नव संवत्सर के अवसर पर स्वामी दयानंद पूर्व माध्यमिक विद्यालय में नव संस्येष्टि यज्ञ का आयोजन किया गया। इस दौरान वेदमंत्रों के द्वारा समस्त प्राणिमात्र के मंगल की कामना की गई।

प्रबंधक ओम प्रकाश आर्य ने इस अवसर पर कहा कि प्राचीन काल में यह काल मधुमास के रूप से जाना जाता था, बाद में चैत्रमास के रूप में लोग जानने लगे। इस दिन का एतिहासिक और प्राकृतिक दोनों महत्व है। इसी दिन संत झूलेलाल का जन्म भी हुआ था।

विद्यालय के सहायक प्रधानाचार्य आदित्य नारायण गिरि ने भी ¨हदू नव वर्ष क महिमा का बखान किया। इस अवसर पर बच्चों ने आकर्षक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। मानसी, अरविंद, दिनेश, मेवाती, रमेश चंद्र, अंबिका, छवि आदि तमाम लोग मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी