पीलीभीत में ग्रामीणों ने रेलवे अंडरपास का किया विरोध, बताई ये वजह

मैलानी ब्राडगेज रेलवे लाइन का काम तेजी से चल रहा है। इस बीच रेलवे की ओर बनाए जाने वाले अंडरपास को लेकर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 12 Sep 2020 04:34 PM (IST) Updated:Sat, 12 Sep 2020 04:34 PM (IST)
पीलीभीत में ग्रामीणों ने रेलवे अंडरपास का किया विरोध, बताई ये वजह
पीलीभीत में ग्रामीणों ने रेलवे अंडरपास का किया विरोध, बताई ये वजह

पीलीभीत, जेएनएन। मैलानी ब्राडगेज रेलवे लाइन का काम तेजी से चल रहा है। इस बीच रेलवे की ओर बनाए जाने वाले अंडरपास को लेकर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि क्रासिंग को स्थाई रूप से बंद करके अंडरपास बनाना अनुचित है। प्रस्तावित अंडरपास को लेकर आपत्ति जताते हुए ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन दिया है। माला रेलवे स्टेशन के पश्चिम दिशा में तीन किलोमीटर की दूरी स्थिति महुआ रेलवे क्रॉसिंग डगरा नंबर 196 को हटाकर उसके स्थान पर अंडरपास बनाने का निर्णय लिया गया है।

अंडरपास के लिए विभागीय कार्य शुरू हो गया है। क्षेत्र के ग्रामीणों ने अंडरपास बनाए जाने से किसानों को होने वाली समस्याओं को रखकर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से शिकायत की। ग्रामीण अंडरपास की जगह रेलवे क्रॉसिंग का फाटक बनाए रखने की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी लगी कि रेलवे प्रशासन क्रासिंग को हटाकर अंडरपास बनाना चाहता है तो उनमें रोष फैल गया। कई गांवों के दर्जनों ग्रामीण रेलवे लाइन के किनारे पहुंच गए। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों की मनमानी को लेकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

उनका है कि अंडरपास बन जाने से गन्ना तथा अन्य कृषि उपज से भरे वाहन निकालने में परेशानी होगी। अंडरपास में जलभराव भी होगा। डीएम पुलकित खरे से सीपीआइएम के जिलामंत्री बाज सिंह भुल्लर ने ग्रामीणों के साथ मुलाकात की। उन्होंने बताया डगरा नंबर 196 महुआ के अंडरपास से क्षेत्रीय लोगों को दिक्कतें होंगी। करीब एक लाख की आबादी को आवाजाही में परेशानी होगी। अंडरपास बनने से बड़े वाहन नहीं निकल सकेंगे। डीएम ने रेलवे अफसरों से विमर्श करने का आश्वासन दिया है। ज्ञापन देने वालों में देवदत्त, परमेश्वरी दयाल, राजेश कुमार, रामदयाल, पुत्तू लाल, ज्वाला प्रसाद आदि शामिल रहे।

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