चुनाव के चलते शराब की दुकानों की बंदी का आया आदेश तो दुकानों पर तलबगारों की लग गई भीड़

एक दिंसबर को बरेली मुरादबाद शिक्षक विधायक चुनाव है। ऐसे में प्रशासन ने 48 घंटे के लिए शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया है। ऐसे में शराब दुकान वालों ने मुनाफा कमाने के लिए स्टॉक खत्म कहकर दोगुनी दाम पर शराब बेंची।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 08:27 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 08:27 AM (IST)
चुनाव के चलते शराब की दुकानों की बंदी का आया आदेश तो दुकानों पर तलबगारों की लग गई भीड़
खास बात यह है कि अंग्रेजी शराब में जिसकी ज्यादा डिमांड रही। उसके दाम उतने ही ज्यादा लिए गए।

 बरेली, जेएनएन। एक दिंसबर को बरेली मुरादबाद शिक्षक विधायक चुनाव है। ऐसे में प्रशासन ने 48 घंटे के लिए शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया है। ऐसे में शराब दुकान वालों ने मुनाफा कमाने के लिए स्टॉक खत्म कहकर दोगुनी दाम पर शराब बेंची। खास बात यह है कि अंग्रेजी शराब में जिसकी ज्यादा डिमांड रही। उसके दाम उतने ही ज्यादा लिए गए। 

शराब बांटकर कोई भी व्यक्ति चुनाव को प्रभावित न कर सके और किसी तरह की चुनाव प्रक्रिया को कोई बाधा न पहुंचे। इसके लिए प्रशासन ने 48 घंटे तक शराब की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया था। रविवार शाम पांच बजे से शराब दुकानें बंद करने का आदेश दिया गया था। जब शराब का शौक रखने वालो को पता चला तो रविवार सुबह से ही वह शराब की दुकानों पर पहुंच गए और अपनी तलब शांत करने के लिए 48 घंटे का स्टॉक रख लिया। शराब के दुकानदारों ने भी मौके का फायदा उठाया और दिन चढ़ते चढ़ते कहने लगे कि स्टॉक खत्म हो गया है। इसके बाद ब्लैक में शराब बिकी और तलबगारों से दोगुने दाम वसूले गए। खास बात यह रही कि अंग्रेजी ब्रांडेड शराब के ज्यादा दाम वसूले गए।  

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