धर्मस्थल खुलने से पहले समितियों में बढ़ी हलचल, जानिए क्या कहती है गाइडलाइन Bareilly News

घर से ही वुजू करके जाएं। नमाज के वक्त ही मस्जिदों में पहुंचे। मस्जिदों में भीड़ की शक्ल में न दाखिल हो और निकलते वक्त भी इसका ख्याल रखें।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 07 Jun 2020 06:15 AM (IST) Updated:Sun, 07 Jun 2020 01:49 PM (IST)
धर्मस्थल खुलने से पहले समितियों में बढ़ी हलचल, जानिए क्या कहती है गाइडलाइन Bareilly News
धर्मस्थल खुलने से पहले समितियों में बढ़ी हलचल, जानिए क्या कहती है गाइडलाइन Bareilly News

बरेली, जेएनएन। दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी ने मुसलमानों और इंतजामिया कमेटियों के लिए हिदायत जारी की है। मस्जिद और दरगाहों में सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए एहतियात पर जोर दिया है।

सज्जादानशीन ने मुल्क भर की सभी दरगाह, खानकाह व मस्जिदों के जिम्मेदारों के अलावा सभी लोगो से गाइड लाइन पर अमल करने की अपील की है। दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने सज्जादानशीन की अपील की जानकारी देते हुए बताया कि दरगाहों और मस्जिदों में बेवजह न रुके । फातिहा व गुलपोशी के वक्त शारीरिक दूरी का पूरी तरह पालन करें। मस्जिदों में सिर्फ फर्ज नमाज अदा करें बाकी सुन्नत और नफ्ल घरों पर पढ़ें।

घर से ही वुजू करके जाएं। नमाज के वक्त ही मस्जिदों में पहुंचे। मस्जिदों में भीड़ की शक्ल में न दाखिल हो और निकलते वक्त भी इसका ख्याल रखें। खानकाहों, दरगाहों और मस्जिदों में अगर वुजू करें तो अपना गमछा या रुमाल का इस्तेमाल करें। मस्जिदों की तौलिया का नहीं। घरों से निकलते वक्त मास्क या गमछे बांधें। टोपी घर से लेकर जाएं। मस्जिद के पेशाब घर का इस्तेमाल न करें तो बेहतर है।

मस्जिदों व खानकाहों के जिम्मेदारों से कहा कि जब तक संकट टल नहीं जाता, साफ-सफाई व धुलाई प्रतिदिन कराई जाए। दरगाहों व मस्जिदों के आस पास भीड़ बिल्कुल न लगने दे । किसी अंजान शख्स को न ठहरने दें।

कल से खुलेंगे धर्मस्थल, पांच के प्रवेश पर उथल-पुथल

सरकार के इजाजत देने पर सोमवार से धर्मस्थल पर खुल जाएंगे। उससे पहले शनिवार को तैयारियां भी की जाती रहीं। एहतियात को लेकर शेष निर्देश पर पालन की सहमति बनी है लेकिन एक बार में पांच को प्रवेश दिए जाने पर नाराजगी का भाव है। इसे लेकर आने वाली दिक्कत से डीएम को अवगत कराया गया है।

दरगाह आला हजरत से जुड़े हाजी जावेद खां ने डीएम को फोन से अवगत कराया कि एक बार में मस्जिद में पांच लोगों के नमाज पढऩे में समस्या आ रही है। मस्जिदों में इससे ज्यादा संख्या तो इंतजामिया कमेटी और देखभाल करने वालों की होती है। ऐसे में अन्य नमाजी नमाज नहीं पढ़ पाएंगे, क्योंकि इमाम एक वक्त की नमाज एक बार ही पढ़ाते हैैं। हां, दरगाह में इसे लेकर दिक्कत नहीं आएगी।

मंदिर समितियां भी सहमत नहीं

मंदिर समितियों का कहना है पांच श्रद्धालुओं के प्रवेश के नियम का पालन कराने के लिए लाइन लगवानी होगी। इस दौरान बाकी श्रद्धालुओं को मंदिर गेट से लेकर सड़क तक छह फीट की दूरी बना कर खड़ा रहना पड़ेगा। अव्यवस्थाएं बन सकती हैं। दूसरी ओर गुरुद्वारा समिति और चर्च के पादरियों का कहना है कि दोनों जगह सामूहिक प्रार्थनाएं की जाती हैं जो करीब एक घंटे की होती है। ऐसे में पांच-पांच लोगों के आने से प्रार्थनाएं नहीं हो पाएगी।

घर से रुमाल लेकर आएंगे संगत

गुरुद्वारा श्री तेग बहादुर साहब मनिहारिन गली के अध्यक्ष एमपी सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा में संकट अपने साथ एक नया रुमाल लेकर आएगी। जिसको गुरुद्वारा में बिछाकर मत्था टेकने का नियम बनाया गया है।

दूर रखकर आनी होंगी चप्पलें

श्री हरि मंदिर मॉडल टाउन के मंदिर मॉडल टाउन के सचिव रवि छाबड़ा ने बताया कि पूरी तरह शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा। इसके लिए मंदिर में चूने से ब्लॉक चुने से ब्लॉक से ब्लॉक बना दिए गए हैं। भक्तों को मंदिर परिसर से दूर चपले उतारने होंगी।

लाइन लगाकर ही मिलेगा प्रवेश

श्री बांके बिहारी मंदिर कल्याण समिति के मीडिया प्रभारी संजय अरोड़ा ने बताया कि मंदिर में सरकार की गाइडलाइन का पालन कराया जाएगा। प्रवेश करने के दौरान भक्तों को लाइन लगानी होगी। व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन से सहयोग मांगा जाएगा।

डीएम से करेंगे मुलाकात

क्राइस्ट मेथाडिस्ट चर्च के पादरी सुनील मसीह ने बताया कि गाइडलाइन चर्च के नियमों के अनुसार नहीं है। इसमें संशोधन के लिए डीएम से मुलाकात की जाएगी। तब तक ऑनलाइन प्रार्थनाएं कराई जाती रहेंगी।

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